नई दिल्ली: भाजपा ने दिल्ली सरकार पर भ्रष्टाचार करने का एक और आरोप लगाया है. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और आदेश गुप्ता ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि दिल्ली सरकार अपने पीडब्ल्यूडी विभाग के अंतर्गत राजधानी में 7 नए टेंपरेरी अस्पताल स्थापित करने जा रही है. जिसको लेकर हुये टेंडर में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है. इस मामले को लेकर सांसद मनोज तिवारी ने शिकायत भी की है और अब कोर्ट ने भी एसीबी से पूरे मामले पर 9 अक्टूबर को रिपोर्ट मांगी गई है.
बीजेपी का कहना है कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग ने सात नए टेंपरेरी अस्पताल बनाने के संबंध में 31 अगस्त को 1256 करोड़ का टेंडर किया था. इस पूरी टेंडर की प्रक्रिया में न सिर्फ बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है बल्कि टेंडर को लेकर किसी भी प्रकार के नियमों का भली-भांति तरीके से पालन नहीं किया गया है. भाजपा का आरोप है कि 7 टेंपरेरी अस्पताल को बनाने के लिए जो राशि निर्धारित की गई है, वह लागत कीमत से लगभग 40% ज्यादा है. ऐसे में सीधे तौर पर भ्रष्टाचार की बात सामने आती है. वहीं इस पूरे मामले में एक ही कंपनी सैम इंडिया को 3 टेंडर देना अपने आप में इस पूरे मामले को संदेह के दायरे में लाता है, वह भी बिना इस बात की जांच के कि कंपनी पूरी जिम्मेदारी को सही तरीके से निभा सकती है या नहीं.
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मनोज तिवारी ने कहा कि जिस दिन पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा अस्पतालों को लेकर टेंडर किया गया था. उसी दिन पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी की रिटायरमेंट के दिन था. जिसे कि अगले 3 दिन के लिए एक्सटेंड कर दिया गया था ताकि इस मामले में मनमाने ढंग से टेंडर पास किया जा सके. बीजेपी ने मांग की है कि इस पूरे मामले को लेकर पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन और विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारियों की भूमिका की जांच होनी चाहिए. बता दें कि इस मामले में भाजपा सांसद मनोज तिवारी की शिकायत को बाद कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है और 9 अक्टूबर को इस विषय पर एंटी करप्शन ब्यूरो से पूरी रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है.