नई दिल्ली: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर हाई वोल्टेज ड्रामा शुरू हो गया है. एक तरफ सीएम आवास के सामने निगम के नेता फंड की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं, वहीं अब आम आदमी पार्टी के तमाम नेता यहां पहुंचने लगे हैं. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी यहां अब पहुंच चुके हैं और धरने पर बैठ गए हैं.
समर्थन में आए पंजाब विधायक
दिल्ली के तो तमाम विधायक यहां मौजूद हैं ही, पंजाब के विधायक भी अरविंद केजरीवाल के समर्थन में यहां पहुंच गए. संगरूर से सांसद भगवंत मान पंजाब के विधायकों के साथ यहां पहुंचे और सीएम केजरीवाल से मिलने की जिद करने लगे. लेकिन पुलिस ने यहां इन्हें रोक दिया. ईटीवी भारत से बातचीत में भगवंत मान ने इस स्थिति की तुलना इमरजेंसी से कर दी है.
'केंद्र सरकार ले रही बदला'
भगवंत मान ने कहा कि जब से दिल्ली सरकार ने स्टेडियम को जेल बनाने की मांग खारिज की है, तब से केंद्र सरकार नाराज है और अब सीएम केजरीवाल को नजरबंद कर उसका बदला लिया जा रहा है. भगवंत मान ने कहा कि भाजपा के लोगों को सीएम के दरवाजे पर पुलिस में बैठा रखा है, लेकिन हमें नहीं जाने दिया जा रहा. उन्होंने कहा कि इन भाजपा नेताओं को किसानों के साथ जाकर बैठना चाहिए.
'पुलिस के दावे पर सवाल'
उधर, पुलिस का कहना है कि कोई भी सांसद या विधायक मुख्यमंत्री से जाकर मिल सकता है. इसे लेकर जब हमने भगवंत मान से सवाल किया, तो उनका कहना था कि हम अकेले क्यों जाएं, क्या हमारे साथ खड़े ये लोग नक्सली हैं, इन्हें क्यों नहीं जाने देना चाहते पुलिस वाले.