नई दिल्ली: राजधानी में ऑटो की सवारी करने के लिए अब अधिक जेब ढीली करनी पड़ेगी. लोकसभा चुनाव पूर्व दिल्ली सरकार ने ऑटो रिक्शा का किराया बढ़ाने के जिस प्रस्ताव को मंजूरी दी थी. वहीं बुधवार को परिवहन विभाग ने इसे लागू करने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है.
परिवहन विभाग ने जारी की अधिसूचना
इस आदेश में परिवहन विभाग ने राज्य परिवहन प्राधिकरण (एसटीए) को जल्द बैठक बुलाकर बढ़े हुए नए किराए को किस तरह और कब से लागू करना है, यह फैसला करने का निर्देश दिया है. जिसके बाद ऑटो की सवारी महंगी हो जाएगी.
ऑटो किराए की नई दर लागू होने के बाद ऑटो यात्री को ऑटो में सफर करने के लिए प्रति किलोमीटर सफर करने के लिए 9.5 रुपये देने होंगे. ऑटो किराए में यह बढ़ोतरी 6 साल बाद की गई है.
बुधवार को ऑटो किराए में बढ़ोतरी संबंधित अधिसूचना परिवहन विभाग ने जारी कर दी है. दिल्ली में पिछली बार वर्ष 2013 में ऑटो रिक्शा के किराए में बढ़ोतरी हुई थी. जिसके बाद लगातार ऑटो वाले किराए बढ़ाने की मांग कर रहे थे. अब चुनावी वर्ष में दिल्ली सरकार ने ऑटो वालों को खुश करते हुए किराए में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है.
प्रति किलोमीटर 9.5 रुपये देना होगा किराया
बता दें कि अभी ऑटो में सफर के लिए शुरुआती 2 किलोमीटर के लिए 25 रुपये पर मीटर डाउन होता था. मीटर डाउन शुल्क को नहीं बढ़ाकर दूरी को कम कर दिया गया है. अब अगर आप ऑटो लेंगे तो 25 रुपये से मीटर डाउन हो जाएगा. मगर इसमें दो की बजाय अब 1.5 किलोमीटर ही सफर कर सकेंगे. उसके बाद प्रति किलोमीटर 9.5 रुपये आपको देना होगा. जोकि अभी 8 रुपये था.
वेटिंग चार्ज में भी इजाफा
इसके अलावा वेटिंग चार्ज में भी सरकार ने बढ़ोतरी की है. आधे घंटे तक वेटिंग चार्ज के रूप में पहले 30 रुपये बनते थे. अब इसे बढ़ा दिया गया है. अब ऑटो रिक्शा को अगर आप कहीं इंतजार कर आएंगे तो प्रति मिनट 75 पैसे के हिसाब से वेटिंग चार्ज के रूप में भुगतान करना होगा.
हालांकि, रात्रि शुल्क और लगेज शुल्क पहले की तरह ही रहेंगे. इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. रात्रि शुल्क रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक बढ़े हुए किराए पर 25% अधिक लगेंगे. छह साल बाद हुई इस बढ़ोतरी को लेकर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि इस बढ़ोतरी के बाद भी दिल्ली में मुंबई से ऑटो किराया काफी कम है. यहां 9.5 रुपये प्रति किलोमीटर किया गया है. जबकि मुंबई में प्रति किलोमीटर के लिए 12.2 रुपये देने पड़ते हैं. इसके अलावा वहां वेटिंग चार्ज 1.2 रुपये प्रति मिनट के हिसाब से लागू है. तो मुंबई की तुलना में देखा जाए तो दिल्ली में दरें बढ़ाने के बाद भी ऑटो का किराया कम है.
कैलाश गहलोत ने दिया आश्वासन
बता दें कि पिछले कई साल से दिल्ली के ऑटो वाले किराया बढ़ाने को लेकर सरकार पर दबाव बनाए हुए थे. उनकी मांगों पर कई बार विचार करने के बाद अब जाकर आखिरकार दिल्ली सरकार की कैबिनेट में गत 8 मार्च को किराया बढ़ोतरी को मंजूरी दी थी. इसके बाद बुधवार को विभाग ने अधिसूचना जारी की है.
दिल्ली में तकरीबन 90000 ऑटो रिक्शा चलती है. बढ़े हुए किराए को लागू होने के बाद अब अगर कोई ऑटो रिक्शा चालक यात्री को मीटर से नहीं ले जाएगा तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी, यह आश्वासन परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दिल्ली की जनता को दिया है.