नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार के प्रदूषण पर विंटर एक्शन प्लान की बीजेपी नेताओं ने जमकर आलोचना की है. जिस पर आम आदमी पार्टी के नेता भी मैदान में आ गए हैं. इन नेताओं ने बीजेपी से कई सवाल किए हैं.
आम आदमी पार्टी की नेता अतिशी ने कहा कि साल में 10 महीने के अलावा जो नवंबर और दिसंबर महीने में प्रदूषण से दमघोंटू माहौल बन जाता है, पिछले चार-पांच सालों से भयंकर स्मॉग के रूप में ये देखने में आ रहा है. पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने से जो धुंआ आता है उसको रोक पाना हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है.
जनता की राय पर हो रहा ODD-EVEN पर काम
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने करीब 1 सप्ताह पहले दिल्ली की जनता से सुझाव मांगे थे और उस सुझाव के बाद अब ऑड-ईवन योजना समेत अन्य बिंदुओं पर सरकार काम करेगी.
बीजेपी नेताओं के सवाल पर आम आदमी पार्टी की ओर से भी जवाब दिया गया. आतिशी ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के बयान पर हैरानी जताई और कहा कि उनका मानना है कि दिल्ली में ऑड-ईवन लागू करने की जरूरत ही नहीं है. आम आदमी पार्टी ने प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष से कुछ प्रश्न पूछे हैं और उनसे जवाब मांगा है.
- क्या आपको लगता है कि नवंबर दिसंबर में प्रदूषण खत्म हो चुका है?
- क्या आपको लगता है कि दिल्ली वालों को नवंबर दिसंबर में प्रदूषण से बचाने की जरूरत नहीं है?
- क्या आपको लगता है कि ऑड-ईवन जैसे आपातकालीन उपाय जो सुप्रीम कोर्ट के ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम का हिस्सा है, उसको लागू करने की जरूरत नहीं है?
- क्या हमें दिल्ली के बच्चों को मास्क नहीं देना चाहिए कि अगर प्रदूषण बढ़े तो बच्चे बिना किसी परेशानी के बाहर आ जा सके?
- मनोज तिवारी बताएं कि जब पड़ोसी राज्यों में पराली जलाई जाएगी तो क्या उसका असर हमारी दिल्ली के बुजुर्गों और बच्चों पर नहीं पड़ेगा?
मीडिया के माध्यम से आम आदमी पार्टी ने मनोज तिवारी से आग्रह किया है कि वो दिल्ली की जनता को बचाने की इस मुहिम में दिल्ली सरकार का सहयोग करें. क्योंकि प्रदूषण ये नहीं देखता कि कौन आम आदमी पार्टी का नेता है और कौन बीजेपी का नेता.
प्रदूषण सभी की सेहत के लिए हानिकारक है ये दिल्ली की जनता की मुहिम है. दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि सभी लोग मिलकर इस प्रदूषण की समस्या से लड़ने के लिए जो भी संभव उपाय हो वह करें.