नई दिल्ली : दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने मंगलवार को एक पत्रकार वार्ता में कहा कि मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एक विजनलेस मुख्यमंत्री हैं. जिनके पास प्रदूषण पर कोई ठोस कार्य योजना नहीं है. उन्होंने प्रदूषण पर दिल्ली और पंजाब दोनों राज्यों के लोगों को धोखा दिया है.
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली और उत्तर भारत के प्रदूषण पर कुछ टिप्पणियां की गई हैं. वह विजनलेस मुख्यमंत्री को आईना दिखाने के बराबर है. दिल्ली की जनता को लगता था कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अब तो सचेत होकर प्रदूषण पर बोलेंगे मगर खेद का विषय है कि वे अपने पत्रकारवार्ता में एक शब्द भी प्रदूषण पर नहीं बोला.
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि गत 15 दिन से दिल्ली के मुख्यमंत्री, पर्यावरण मंत्री के साथ ही पूरी आम आदमी पार्टी दिल्ली में प्रदूषण के लिये हरियाणा पर दोष मढ़ने का प्रयास कर रहे थे. सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली एवं उत्तर भारत की प्रदूषण स्थिति का संज्ञान लेते हुए सुनवाई की. सुनवाई के दौरान माननीय सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को बिना कोई बहाना बनाये तुरंत राज्य में पराली जलने से रोकने का निर्देश दिया.
मुख्यमंत्री दिल्ली के विकास में अपना शेयर नहीं दे रहे हैंः दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि न्यायालय में चली लम्बी सुनवाई में राजस्थान और उत्तर प्रदेश में पराली जलाने का भी जिक्र आया, मगर लम्बी सुनवाई के बाद हरियाणा का कोई जिक्र नहीं आया. जिससे स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी हरियाणा को राजनीतिक रूप से बदनाम करने का प्रयास कर रही थी. उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री दिल्ली के विकास में अपना शेयर नहीं दे रहे हैं वह ये पूछ रहे हैं कि केंद्र सरकार क्या कर रही है. केजरीवाल मंत्रिमंडल की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से करते हैं और अगर वह ईमानदार हैं तो बताए कि प्रदूषण के लिए कितनी बैठके की है.
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दिल्ली में 13000 बसों की जरूरत हैः हरीश खुराना ने कहा कि दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने ऑड ईवन लगा दिया, लेकिन क्या उनके पास उतनी ट्रांसपोर्ट सुविधा है. इससे दिल्ली की जनता बिना किसी परेशानी के सफर कर सके. दिल्ली में 13000 बसों की जरूरत है, लेकिन आज दिल्ली के अंदर लगभग 4000 बसें हैं और दिल्ली सरकार यह उम्मीद कर रही है सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग करें.
रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ पर 55 करोड़ रुपए का बताएं फायदाः खुराना ने कहा कि रेड लाइट ऑन इंजन ऑफ की बात करने वाले केजरीवाल जवाब दें कि इस अभियान पर लूटाए गए 55 करोड़ रुपए का आज परिणाम क्या है. प्रदूषण कितना कम हुआ इसका जवाब केजरीवाल दें, क्योंकि आर टी आई जवाब में दिल्ली सरकार द्वार दिए गए जवाब में कहा गया कि इस अभियान से प्रदूषण की कमी में कोई अंतर नहीं पड़ा है. पराली मामले पर भी सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल से हिसाब मांगा है और उनके पास कोई जवाब नहीं था.
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