नई दिल्ली: चुनाव आते ही जैसे बयानों के तीर चलने लगते हैं. सभी नेता विरोधियों पर हमले का एक भी मौका नहीं छोड़ते और फिर इसी जल्दबाजी में कुछ ऐसे शब्द निकल जाते हैं, जो मर्यादा की सीमा लांघ जाते हैं.बीते दिनों कुछ ऐसे ही बयान सामने आए.
हिन्दू-मुस्लिम और पाकिस्तान तो जैसे भारतीय चुनाव का जरूरी नारे जैसा तो था ही, लेकिन अब कुछ नए शब्द भी निकलकर सामने आ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने एक चुनावी रैली में समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल, और बहुजन समाज पार्टी के लिए 'शराब' का प्रयोग किया, तो जवाब में समाजवादियों ने नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नाम को जोड़ते हुए इसका जवाब 'नशा' से दिया.
प्रधानमंत्री के ऐसे बयानों पर आम आदमी पार्टी भी पीछे नहीं रही और खुद को अलग तरीके की राजनीति का अगुआ बताने वाली इस पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी बयान बाजी की दौड़ में कूद पड़े.संजय सिंह ने कहा कि पीएम मोदी की जांच कराओ, कहीं गांजा तो नहीं पीते.
ईटीवी भारत ने संजय सिंह से बातचीत की और इस बयान के पीछे की उनकी मंशा जाननी चाही. संजय सिंह ने कहा कि मुझे प्रधानमंत्री मोदी की चिंता है. उन्होंने कहा एक बार मुझे लोगों ने होली में भांग खिला दिया था, तो मैं अनाप-शनाप बकने लगा था. जिस तरह प्रधानमंत्री ने सपा, बसपा, रालोद के लिए 'शराब' का प्रयोग किया, क्या यह प्रधानमंत्री को शोभा देता है.