नई दिल्ली: हत्या सहित दर्जन भर से ज्यादा गंभीर अपराधों में शामिल रहे अनिल दुजाना-रणदीप भाटी गैंग के एक शूटर को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अरविंद ने हाल ही में उनके इशारे पर हत्या के मामले के चश्मदीद गवाह को गोली मारी थी. पुलिस से बचने के लिए वह तमिलनाडु में छिपा हुआ था. दिल्ली पुलिस की तरफ से उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था.
डीसीपी प्रमोद कुशवाहा के अनुसार फरार चल रहे बदमाशों को लेकर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल काम कर रही थी. इस दौरान स्पेशल सेल को सूचना मिली कि अनिल दुजाना-रणदीप भाटी गैंग का सदस्य अरविंद कुमार तमिलनाडु के वेल्लोर में छिपा हुआ है. दिल्ली और यूपी पुलिस को 11 आपराधिक मामलों में उसकी तलाश है. वहीं दिल्ली पुलिस की तरफ से न्यू अशोक नगर में हुए हत्या के प्रयास के एक मामले में उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है. 30 जुलाई 2018 को उसने संदीप नागर को गोली मारी थी जो अपने मामा चमन भाटी की हत्या के मामले में गवाह है.
तमिलनाडु से गिरफ्तार हुआ शूटर
एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार की टीम ने उसके बारे में जानकारी जुटाना शुरू किया. पुलिस टीम को पता चला कि वह तमिलनाडु के वेल्लोर में परिवार के साथ रहता है. उसके पिता वहां एक रेस्टोरेंट चलाते हैं. इस जानकारी पर स्पेशल सेल की टीम ने वहां छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में अरविंद ने पुलिस को बताया कि वह बीते 7 सालों से अपराध कर रहा है. उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, चोट पहुंचाने, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्जन भर मामले दर्ज हैं.
वर्ष 2013 में की पहली हत्या
आरोपी ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2013 में उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दुश्मनी के चलते संतोष गुप्ता की हत्या कर दी थी. इस मामले में वह 2 साल तक जेल में रहा, बाद में वह जमानत पर बाहर निकला. 5 साल पहले वह अनिल दुजाना और रणदीप भाटी गैंग के संपर्क में आया. उन्होंने उसे हत्या के मामले में गवाह संदीप नागर को धमकाने के लिए कहा. विरोध करने पर उसे गोली मारने के निर्देश दिए. इस काम के लिए उसे दो लाख रुपये दिए गए. नवंबर 2018 में अरविंद ने अपने साथियों के साथ जाकर अलीगढ़ के टप्पल में पुलिस पर फायरिंग की थी.
'15 साल की रंजिश में हुई 15 हत्याएं'
पुलिस के अनुसार यूपी के सुंदर भाटी गैंग और रणदीप भाटी- अनिल दुजाना गैंग के बीच में लंबे समय से रंजिश चल रही है. 15 साल से चल रही इस रंजिश में अब तक दोनों तरफ के 15 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. वर्ष 2003 में सुंदर भाटी ने रणदीप भाटी के भाई नरेश भाटी की हत्या कर दी थी. वर्ष 2012 में चमन भाटी के जीजा पंकज नागर की अनिल दुजाना गैंग ने हत्या कर दी. वर्ष 2013 में उन्होंने सुंदर भाटी के करीबी चमन भाटी की उसके घर के पास हत्या कर दी थी. इसी मामले में संदीप गवाह था. इसलिए अरविंद को उसकी सुपारी दी गई थी.