इस इस अलका लाबां ने पूछा कि...क्या भक्त प्रधानमंत्री मोदीजी को बचाने के लिए यह कह सकते हैं कि #Pulwama के लिए #नेहरूजी नहीं तो #अटलजी दोषी हैं?
बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति विश्लेषक आशुतोष ने ट्वीट किया कि, अगर वाजपेयी सरकार ने खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर को नहीं छोड़ा होता तो आज 44 जवान शहीद नहीं होते. इसे अलका लांबा ने रिट्वीट करते हुए लिखा कि, फिर तो शायद #PulwamaMassacre के साथ-साथ #पठानकोट, #उरी,#नारगोटा #सपोर भी नहीं हुआ होता...