नई दिल्लीः कोरोना महामारी का सबसे गंभीर असर बच्चों पर पड़ा है. स्कूल बंद होने और दिन भर कोरोना-कोरोना की चर्चाओं ने बच्चों के मानसिक स्तर पर काफी असर डाला है. ऐसे में सही जानकारी और संक्रमण से बचाव के तरीके सरल जानकारी के साथ बच्चों तक पहुंचाने कर लिए नई दिल्ली की एक लेखिका अलका बरबेले ने कोरोना वायरस पर देश की पहली कॉमिक लिखी है. जिसका शीर्षक 'गो कोरोना गो' है.
ये कॉमिक बुक एक सुपर हीरो पर आधारित है, जो कोरोना वायरस से न सिर्फ लड़ाई करता है, बल्कि देश को उससे बचाता भी है. लेखिका बताती हैं कि कोरोना वायरस और सुपर हीरो से जोड़ते हुए अभी तक बच्चों पर आधारित कॉमिक पहली बार लिखी गई है. लेखिका का कहना है कि एक वक्त पहले तक बच्चों के जीवन में कॉमिक्स की अहम भूमिका होती थी, लेकिन अब डिजिटल युग में बच्चे इनसे काफी दूर जा रहे हैं. इसीलिए उन्होंने अपने लेखन से बच्चों को जागरूक करने के अलावा कॉमिक्स के प्रति लगाव का प्रयास भी किया है.
स्कूली बच्चों के इर्द-गिर्द घूमती है कहानी
लेखिका अलका ने बताया कि इस कॉमिक बुक में पात्रों कर नाम सरल रखे गए हैं जिसमें आदि, जूजू, मनी, लड्डू और आलू हैं. ये पांच बच्चे एक स्कूल में पढ़ते हैं और इन पांच स्कूली बच्चों के ईद-गिर्द घूमने वाली ये कहानी दिलचस्प होने के साथ-साथ बच्चों को कोविड संबंधी सतर्कता नियमों का पालन करने के प्रति प्रेरित भी करती है.
खेलते-खेलते लिख दी कॉमिक
लेखिका अलका बताती हैं कि लॉकडाउन के दौरान उनके मन में ये कॉमिक लिखने का खयाल आया. जब हर कोई घर से ही काम कर रहा था. शुरुआत में घर बैठे-बैठे बड़ा अजीब लगने लगा. फिर बच्चों के साथ समय व्यतीत करने लगी. उस वक्त हर कोई अपनी अपनी समस्याओं में लगा था लेकिन बच्चों की ओर किसी का ध्यान नहीं था.
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दिन भर टीवी चैनलों पर कोरोना की खबरें और मनोरंजन के नाम पर कुछ और न मिलने की वजह से बच्चे अपने दिमाग में तरह तरह की कहानियां बनाने लगे थे. ऐसे में इन बच्चों को सही जानकारी और सुरक्षा के तरीके बताना बेहद जरूरी था, तो उन्होंने खेलते-खेलते बच्चों को कोरोना वायरस से बचने के लिए एक ऐसी कहानी बनाई, ताकि मासूम बच्चे भी पूरे आनंद के साथ इसे सीख सकें.