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मिलेट को बढ़ावा देने के लिए एआईसीटीई ने लांच की AMRUT प्रतियोगिता, जानिए कब तक कर सकते हैं आवेदन

एआईसीटीई ने मिलेट को बढ़ावा देने के लिए AMRUT नाम से एक प्रतियोगिता की शुरुआत की है. जानिए इसमें कौन-कौन प्रतिभाग कर सकता है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 4, 2024, 4:00 PM IST

नई दिल्ली: मिलेट(बाजरा) को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बुधवार को 'एआईसीटीई मिलेट रेसिपी अनलीशिंग टैलेंट (AMRUT) प्रतियोगिता को लॉन्च किया. इसमें एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों के छात्र, शिक्षक और सहायक कर्मचारी मिलेट से तैयार अपने नवीन और पारंपरिक व्यंजनों के साथ भाग ले सकते हैं. इसमें देश के अलग अलग क्षेत्रों से प्रतिभागी शामिल होंगे. इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में मिलेट से बने व्यंजनों का स्वाद और उससे जुड़ी परंपराएं देखने को मिलेंगी.

खानपान को लेकर एआईसीटीई की ओर से पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. भारत में इंटरनेशनल मिलेट इयर-2023 के दौरान स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक विकास पर मिलेट के लाभ के बारे में जागरूक किया गया. इसे देखते हुये इस प्रतियोगिता का उद्देश्य मिलेट की खपत को प्रोत्साहित करना और इससे बने उत्पाद के लिए एक बड़ा बाजार तैयार करना है.

ये भी पढ़ें: शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए खुला एआईसीटीई का वेब पोर्टल, अनुमोदन के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित

इस अवसर पर एआईसीटीई अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बाजरा के उत्पादन और खपत को बढ़ावा देने के लिए सरकारी नीतियों और बाजार के नवाचारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मिलेट से किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण को कई लाभ होते हैं. वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा में भी इसका अहम योगदान है. बाजरा छोटा, लेकिन पौष्टिक, फाइबर से भरपूर और शरीर को शक्ति देने वाला अनाज है.

इसमें कृषि, जलवायु और खाद्य सुरक्षा के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदलने की शक्ति है. प्रकृति का यह उपहार भविष्य के लिए भोजन का एक आशाजनक स्रोत भी है. यह प्रतियोगिता बाजरा के प्रति कौशल, रचनात्मकता, नवीनता जुनून दिखाने का एक अच्छा अवसर है. प्रतियोगिता के तहत 3 श्रेणियों स्टार्टर, मेन कोर्स और डेजर्ट में रेसिपी आमंत्रित की जा रही है. वहीं तीन उपश्रेणियों में कन्फेक्शनरी की रेसिपी आमंत्रित की जा रही हैं. ये उपश्रेणी हैं. बाजरा अनुपात 70 प्रतिशत और उससे अधिक 50 से 70 प्रतिशत और 30-50 प्रतिशत.

रेसिपी की विशिष्टता और नवीनता के आधार पर एक विशेषज्ञ कमेटी मूल्यांकन के बाद टीमों को शॉर्टलिस्ट करेगी. शॉर्टलिस्ट टीमें मार्च 2024 में नई दिल्ली में होने वाले ग्रैंड फिनाले में शामिल होंगी. प्रत्येक उपश्रेणी की विजेता टीमों को प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. प्रतियोगिता एआईसीटीई अनुमोदित संस्थानों के छात्रों, संकायों और सहायक कर्मचारियों के लिए खुली है.

इच्छुक प्रतिभागी छात्रों, संकायों और सहायक कर्मचारियों की एक टीम में शामिल हो सकते हैं या छात्रों, कर्मचारियों और संकायों की व्यक्तिगत टीमों में भाग ले सकते हैं. एआईसीटीई वेब पोर्टल पर उपलब्ध गूगल फॉर्म के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है. आवेदन की अंतिम तिथि 25 जनवरी, 2024 है. अधिक जानकारी www.aicte-india.org से ली जा सकती है.

ये भी पढ़ें: एआईसीटीई ने ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्र के लिए लांच किया प्लेसमेंट पोर्टल, मिलेंगे नौकरी के हजारों विकल्प


नई दिल्ली: मिलेट(बाजरा) को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बुधवार को 'एआईसीटीई मिलेट रेसिपी अनलीशिंग टैलेंट (AMRUT) प्रतियोगिता को लॉन्च किया. इसमें एआईसीटीई द्वारा अनुमोदित संस्थानों के छात्र, शिक्षक और सहायक कर्मचारी मिलेट से तैयार अपने नवीन और पारंपरिक व्यंजनों के साथ भाग ले सकते हैं. इसमें देश के अलग अलग क्षेत्रों से प्रतिभागी शामिल होंगे. इसलिए विभिन्न क्षेत्रों में मिलेट से बने व्यंजनों का स्वाद और उससे जुड़ी परंपराएं देखने को मिलेंगी.

खानपान को लेकर एआईसीटीई की ओर से पहली बार इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है. भारत में इंटरनेशनल मिलेट इयर-2023 के दौरान स्वास्थ्य, पर्यावरण और आर्थिक विकास पर मिलेट के लाभ के बारे में जागरूक किया गया. इसे देखते हुये इस प्रतियोगिता का उद्देश्य मिलेट की खपत को प्रोत्साहित करना और इससे बने उत्पाद के लिए एक बड़ा बाजार तैयार करना है.

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इस अवसर पर एआईसीटीई अध्यक्ष प्रोफेसर टी.जी. सीताराम ने बाजरा के उत्पादन और खपत को बढ़ावा देने के लिए सरकारी नीतियों और बाजार के नवाचारों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि मिलेट से किसानों, उपभोक्ताओं और पर्यावरण को कई लाभ होते हैं. वैश्विक खाद्य-पोषण सुरक्षा में भी इसका अहम योगदान है. बाजरा छोटा, लेकिन पौष्टिक, फाइबर से भरपूर और शरीर को शक्ति देने वाला अनाज है.

इसमें कृषि, जलवायु और खाद्य सुरक्षा के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदलने की शक्ति है. प्रकृति का यह उपहार भविष्य के लिए भोजन का एक आशाजनक स्रोत भी है. यह प्रतियोगिता बाजरा के प्रति कौशल, रचनात्मकता, नवीनता जुनून दिखाने का एक अच्छा अवसर है. प्रतियोगिता के तहत 3 श्रेणियों स्टार्टर, मेन कोर्स और डेजर्ट में रेसिपी आमंत्रित की जा रही है. वहीं तीन उपश्रेणियों में कन्फेक्शनरी की रेसिपी आमंत्रित की जा रही हैं. ये उपश्रेणी हैं. बाजरा अनुपात 70 प्रतिशत और उससे अधिक 50 से 70 प्रतिशत और 30-50 प्रतिशत.

रेसिपी की विशिष्टता और नवीनता के आधार पर एक विशेषज्ञ कमेटी मूल्यांकन के बाद टीमों को शॉर्टलिस्ट करेगी. शॉर्टलिस्ट टीमें मार्च 2024 में नई दिल्ली में होने वाले ग्रैंड फिनाले में शामिल होंगी. प्रत्येक उपश्रेणी की विजेता टीमों को प्रमाण पत्र और एक लाख रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. प्रतियोगिता एआईसीटीई अनुमोदित संस्थानों के छात्रों, संकायों और सहायक कर्मचारियों के लिए खुली है.

इच्छुक प्रतिभागी छात्रों, संकायों और सहायक कर्मचारियों की एक टीम में शामिल हो सकते हैं या छात्रों, कर्मचारियों और संकायों की व्यक्तिगत टीमों में भाग ले सकते हैं. एआईसीटीई वेब पोर्टल पर उपलब्ध गूगल फॉर्म के माध्यम से आवेदन किया जा सकता है. आवेदन की अंतिम तिथि 25 जनवरी, 2024 है. अधिक जानकारी www.aicte-india.org से ली जा सकती है.

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