नई दिल्लीः अफगानिस्तान से पार्सल के माध्यम से भेजी गई हेरोइन को नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने बरामद किया है. इसके साथ चार अफगानिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है. यह चारों अलग-अलग चेन में अफगानिस्तान में बैठे सरगना के लिए काम करते थे. एनसीबी की टीम इन तस्करों से जुड़े हुए अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटा रही है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश कर किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के जोनल डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा के अनुसार एनसीबी की टीम ड्रग्स को लेकर काम कर रही थी. इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि अफगानिस्तान में बैठे तस्कर कुरियर के माध्यम से ड्रग्स भेज रहे हैं. छानबीन के दौरान उनकी टीम ने कुरियर के माध्यम से भेजी गई 380 ग्राम हेरोइन बरामद की है. यह हेरोइन डीएचएल कुरियर के माध्यम से अफगानिस्तान से दिल्ली भेजी गई थी. इसे स्पेयर पार्ट के अंदर बनाई गई खुफिया जगह में छिपाकर भेजा गया था.
चार अफगान नागरिक हुए गिरफ्तार
जांच के दौरान एनसीबी की टीम में चार अफगानी आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जो दिल्ली में ही रह रहे थे. उन्हें अफगानिस्तान से ड्रग्स रैकेट के सरगना द्वारा पार्सल भेजा जाता था और वह इसे आगे के चैनल में सप्लाई कर देते थे. गिरफ्तारी से बचने के लिए गैंग के सरगना ने इस चैनल में कई लोगों को शामिल कर रखा था. जिनमें एक व्यक्ति दूसरे को पार्सल देता था और दूसरा तीसरे को यह खेप पहुंचाता था. इसकी वजह से मुख्य सरगना तक जांच एजेंसी का पहुंचना मुश्किल होता है.
लॉकडाउन के बाद से भेजने लगे कुरियर
लॉकडाउन के बाद से अफगानिस्तान से ड्रग्स की तस्करी करने वाले पार्सल के माध्यम से इसे भेज रहे हैं. इससे पहले वह लोगों के साथ हेरोइन को भेजते थे, जिनमें से कुछ लोग पेट में कैप्सूल छुपा कर उसे भारत लाते थे.
चारों आरोपियों को सौंपी गई थी जिम्मेदारी
गिरफ्तार किये गए रहीमुल्लाह के नाम पर यह पार्सल बुक किया गया था. उसे यह ड्रग अफगानिस्तान से पोपल नामक व्यक्ति ने भेजी थी. शकीब अहमद को उससे यह ड्रग्स लेकर आगे सप्लाई करना था. उसे तब गिरफ्तार किया गया जब वह आठ हजार रुपये राहीमुल्लाह से ले रहा था. तीसरा आरोपी अब्दुल्ला गिरफ्तार किए गए वह शकीब अहमद से पार्सल ले रहा था. वह दिल्ली में एक हिंदू लड़की के साथ रहता है और इंटरप्रेटर का काम करता है. चौथा आरोपी अगाह वली ने अब्दुल्ला से पार्सल लिया था. वह एक ट्रेवल एजेंसी कस्तूरबा नगर में चलाता है.