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सरस फूड फेस्टिवल में पहुंचे आचार्य बालकृष्ण ने महिलाओं का बढ़ाया हौसला

आचार्य बालकृष्ण बुधवार को सरस फूड फेस्टिवल (Saras Food Festival 2022) पहुंचे. उन्होंने लोगों से फेस्टिवल में आने का आग्रह करते हुए देश भर के अलग-अलग प्रांतों से आई हुई महिलाओं का हौसला बढ़ाया.

सरस फूड फेस्टिवल में पहुंचे आचार्य बालकृष्ण
सरस फूड फेस्टिवल में पहुंचे आचार्य बालकृष्ण
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Published : Nov 2, 2022, 8:50 PM IST

नई दिल्ली: सरस फूड फेस्टिवल (Saras Food Festival 2022) में बुधवार को आचार्य बालकृष्ण का आगमन हुआ. इस मौके पर उन्होंने लोगों से फेस्टिवल में आने का आग्रह करते हुए देश भर के अलग-अलग प्रांतों से आई हुई महिलाओं का हौसला बढ़ाया. इसके साथ ही उन्होंने अलग-अलग प्रांतों के लजीज व्यंजनों का भी स्वाद लिया.

उन्होंने कहा कि यहां आकर आप खाने का स्वाद तो चखते ही हैं, साथ ही जो पैसे आप यहां खर्च करते हैं वह देश के विकास में एक योगदान है. वह पैसा देश के सुदूर क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को जाता है. इससे जहां एक तरफ महिला सशक्तिकरण हो रहा है. वहीं, वोकल फॉर लोकल का प्रधानमंत्री जी का सपना भी पूरा हो रहा है. उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से सत्ताइस नवंबर तक चलने वाले सरस आजीविका मेले में भी लोगों से आने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने फेस्टिवल में लगे फोटो प्वाइंट/सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी ली.

Saras Food Festival में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृतिक खान पान की झलक दिल्ली के हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में मिल रही है. सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 17 राज्यों की संस्कृति और वहां के स्वाद से परिटित हो रहे हैं.

ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 28 अक्टूबर 2022 से 10 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन में सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन चल रहा है. जिसमें देश भर के 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं.

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में भी महारथ हासिल है. ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं.


सरस फूड फेस्टिवल में विभिन्न राज्यों के खास व्यंजन

राजस्थान- दाल बाटी चूरमा,प्याज कचौरी, दाल कचौरी

हरियाणा- राजमा चावल, बाजरे की खिचड़ी, कढ़ी चावल

तेलंगाना- हैदराबाद दम बिरयानी, कबाब

ओडिसा- मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाई

अरुणाचल प्रदेश- स्पेशल बैंबू राइस, चाऊमीन, बैंबू चिकन,

महाराष्ट्र- पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरी

केरल-- मालाबार स्नैक, उतपम, कप्पा फिश करी, नन्नारी शबरत, वनासुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमनएड्स

उत्तर प्रदेश--पराठा, रोल्स, कबाब

असम- मशरूम मोमोज, स्टिकी स्ट्रीम राइस एंड मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर

पंजाब- सरसो का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी

आंध्र प्रदेश--पाथेरकुलू, तंदूरी चिकन, आंध्रा चिकन, दम बिरयानी

गुजरात- ढोकला, दाल

उत्तराखंड--झंगर खीर, पिज्जा

गोआ-- गोन फिश कढी, प्रॉन फाइ, रोज ऑमलेट

सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है, जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है. इसका उद्देश्य देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराने के साथ ही अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है.

मुफ्त है प्रवेश: सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है. यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा. इसमें लोग अपने परिवार के साथ आ सकते हैं.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप

नई दिल्ली: सरस फूड फेस्टिवल (Saras Food Festival 2022) में बुधवार को आचार्य बालकृष्ण का आगमन हुआ. इस मौके पर उन्होंने लोगों से फेस्टिवल में आने का आग्रह करते हुए देश भर के अलग-अलग प्रांतों से आई हुई महिलाओं का हौसला बढ़ाया. इसके साथ ही उन्होंने अलग-अलग प्रांतों के लजीज व्यंजनों का भी स्वाद लिया.

उन्होंने कहा कि यहां आकर आप खाने का स्वाद तो चखते ही हैं, साथ ही जो पैसे आप यहां खर्च करते हैं वह देश के विकास में एक योगदान है. वह पैसा देश के सुदूर क्षेत्र में रहने वाली महिलाओं को जाता है. इससे जहां एक तरफ महिला सशक्तिकरण हो रहा है. वहीं, वोकल फॉर लोकल का प्रधानमंत्री जी का सपना भी पूरा हो रहा है. उन्होंने दिल्ली के प्रगति मैदान में 14 नवंबर से सत्ताइस नवंबर तक चलने वाले सरस आजीविका मेले में भी लोगों से आने की अपील की. इसके साथ ही उन्होंने फेस्टिवल में लगे फोटो प्वाइंट/सेल्फी प्वाइंट पर फोटो भी ली.

Saras Food Festival में राजधानी के लोगों को भारतीय संस्कृतिक खान पान की झलक दिल्ली के हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में मिल रही है. सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 17 राज्यों की संस्कृति और वहां के स्वाद से परिटित हो रहे हैं.

ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 28 अक्टूबर 2022 से 10 नवंबर 2022 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन में सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन चल रहा है. जिसमें देश भर के 17 राज्यों की क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं भाग ले रही हैं.

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता के साथ-साथ विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में भी महारथ हासिल है. ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं.


सरस फूड फेस्टिवल में विभिन्न राज्यों के खास व्यंजन

राजस्थान- दाल बाटी चूरमा,प्याज कचौरी, दाल कचौरी

हरियाणा- राजमा चावल, बाजरे की खिचड़ी, कढ़ी चावल

तेलंगाना- हैदराबाद दम बिरयानी, कबाब

ओडिसा- मुगलई चिकन, तंदूरी चिकन, रस मलाई

अरुणाचल प्रदेश- स्पेशल बैंबू राइस, चाऊमीन, बैंबू चिकन,

महाराष्ट्र- पुरन पूरी, वड़ा पाव, मिसल पाव, गावरन चिकन, भाकरी

केरल-- मालाबार स्नैक, उतपम, कप्पा फिश करी, नन्नारी शबरत, वनासुंदरी हर्बल चाय, हनी ग्रैप जूस, फ्रेश फ्रूट जूस, लेमनएड्स

उत्तर प्रदेश--पराठा, रोल्स, कबाब

असम- मशरूम मोमोज, स्टिकी स्ट्रीम राइस एंड मशरूम कढ़ी, स्टिकी राइस खीर

पंजाब- सरसो का साग और मक्के की रोटी, छोले भटूरे, राम लड्डू, दाल मखनी और मक्के की रोटी

आंध्र प्रदेश--पाथेरकुलू, तंदूरी चिकन, आंध्रा चिकन, दम बिरयानी

गुजरात- ढोकला, दाल

उत्तराखंड--झंगर खीर, पिज्जा

गोआ-- गोन फिश कढी, प्रॉन फाइ, रोज ऑमलेट

सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है, जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है. इसका उद्देश्य देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराने के साथ ही अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है.

मुफ्त है प्रवेश: सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है. यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा. इसमें लोग अपने परिवार के साथ आ सकते हैं.

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