नई दिल्ली: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में केरल सरकार का पुतला फूंका. दरअसल केरल के वालयार में दो मासूम बहनों के साथ रेप और हत्या की घटना को लेकर एबीवीपी ने कड़ा विरोध जताते हुए केरल के सीएम पीनरई विजयन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और उनका पुतला दहन किया. इस दौरान एबीवीपी ने तमाम कैंपस में वामपंथी दलों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी भी की और कहा कि दलित एकता की बात करने वाले वामपंथी दल अब चुप्पी क्यों साधे हुए हैं.
'वामपंथी अत्याचार चरम पर है'
इस दौरान हमने एबीवीपी कार्यकर्ता मनीष जांगिड़ से भी बात की, जिनका कहना था कि आज के माहौल में वामपंथ और रेप एक दूसरे के पर्याय बन गए हैं. आज केरल में वामपंथी अत्याचार चरम पर है इसकी समाप्ति का वक्त आ गया है और इसके खिलाफ हम पुरजोर विरोध के साथ आवाज उठाएंगे और आरोपियों को सजा दिलवाकर रहेंगे.
केरल सरकार के खिलाफ एबीवीपी का विरोध प्रदर्शन
जेएनयू छात्र वेलेंटीना का कहना था कि केरल में दो दलित बहनों के साथ जो घटना हुई है, वह बेहद ही शर्मसार करने वाली है. लेकिन इसको लेकर वहां की सरकार अभी तक चुप्पी साधे हुए हैं जिसकी हम कड़ी भर्त्सना करते हैं और आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग करते हैं.
वालयार मामले पर बोलने से बचे प्रकाश करात
एबीवीपी के प्रोटेस्ट के दौरान जहां एक तरफ एबीवीपी केरल के मामले को लेकर प्रोटेस्ट कर रही थी. वहीं दूसरी तरफ लेफ्ट यूनिटी के एक कार्यक्रम में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता प्रकाश करात शामिल हुए थे और उनसे केरल मामले पर उनकी प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.