नई दिल्ली: सीएम अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए भाजपा अपने सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए अपमानजनक पोस्ट साझा करने के खिलाफ आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी. इस संबंध में पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा है. सांसद राघव चड्ढा ने बताया कि भाजपा सीएम अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रही है.
उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को भाजपा ने अपने एक्स, फेसबुक और इंस्टग्राम हैंडल पर सीएम केजरीवाल की छवि खराब करने के लिए अपमानजनक पोस्ट किया. भाजपा के सोशल मीडिया पर डाले गए कंटेंट के जवाब में AAP ने भी कंटेंट डाला था. इस पर चुनाव आयोग से AAP को नोटिस आ गया, लेकिन भाजपा को नहीं नहीं आया. हमें उम्मीद है कि भाजपा के खिलाफ शिकायत मिलने के बाद चुनाव आयोग सख्त से सख्त कार्रवाई करेगा.
चड्ढा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से भाजपा लगातार अपने सोशल मीडिया हैंडल के जरिए सीएम अरविंद केजरीवाल की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है. केजरीवाल आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक होने के साथ-साथ राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और मिजोरम जैसे राज्यों में हो रहे चुनाव में पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं. इस षड़यंत्र के खिलाफ आम आदमी पार्टी चुनाव आयोग से शिकायत करेगी.
AAP के राष्ट्रीय सचिव पंकज गुप्ता ने चिट्ठी लिखकर चुनाव आयोग से एक-दो दिन के अंदर मिलने का समय मांगा है. आयोग से कहा गया है कि पार्टी का प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलना चाहता है. आयोग को विस्तार से बताएगा कि किस प्रकार भाजपा AAP के राष्ट्रीय संयोजक और सीएम अरविंद केजरीवाल की छवि को सोशल मीडिया के जरिए खराब करने की कोशिश कर रही है. हमें उम्मीद है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग हमें जल्द से जल्द मिलने का समय देगा.
अपमानजनक कैंपेन किसी भी व्यक्ति के खिलाफ नहीं चला सकता : सांसद चड्ढा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति इस प्रकार का निंदनीय अपमानजनक और लोगों को गुमराह करने वाला कैंपेन किसी भी व्यक्ति के खिलाफ नहीं चला सकता है. खासतौर से चुनावों के बीच बिल्कुल नहीं कर सकता है. क्योंकि इस तरह के कैंपेन के जरिए जब एक नेता की छवि खराब करने की कोशिश की जाती है तो इससे भारतीय लोकतंत्र में निष्पक्ष चुनाव के मूल सिद्धांत को चोट पहुंचती है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली भाजपा के एक्स प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट हुआ था. वो शेयर होते-होते राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में भी पहुंच गया. इन तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव हो रहा है और चुनाव आचार संहिता लागू है. ऐसे समय में इन्होंने उस कन्टेंट को जारी किया और अनगिनत वाट्सएप नंबरों पर भी उसे ब्रॉडकास्ट किया. ये सभी पोस्ट केवल निंदनीय, अपमानजनक और लोगों को गुमराह करने वाले ही नहीं है. बल्कि यह आईपीसी की धारा 171जी, 499 और 500 का उल्लंघन है. साथ ही यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के सेक्शन 123 के सब सेक्शन 4 और आदर्श आचार संहिता के कानून के क्लॉज़ 4.2 का सीधा-सीधा उल्लंघन है.