नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी से निलंबित विधायकों की सदस्यता रद्द का मामला अब दिल्ली का बड़ा सियासी मुद्दा बनता जा रहा है. देवेंद्र सेहरावत, संदीप कुमार और कपिल मिश्रा ने इसे लेकर आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. वहीं पार्टी इनके निलंबन को लेकर पूरी तरह से तैयार दिख रही है.
विधायक संदीप कुमार जो बसपा का दामन थाम चुके हैं. उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज पर आरोप लगाया था कि पार्टी में रहते हुए सौरभ भरद्वाज उनके लिए जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते थे. उनका अपमान करते थे. इधर कपिल मिश्रा और सौरभ भारद्वाज के बीच इसी मुद्दे पर ट्विटर वार जारी है. इसे लेकर सौरभ भारद्वाज से जब सवाल किया गया तो उन्होंने संदीप कुमार और कपिल मिश्रा से जुड़े अपने तथ्य सामने रखे.
सौरभ भारद्वाज ने संदीप कुमार के बारे में कहा कि 'उनकी पेशी स्पीकर साहब के सामने है. उन्होंने अपने कई इंटरव्यू में कहा है कि मैं बहुजन समाज पार्टी में हूं और उसमें ही रहूंगा. साथ ही उन्होंने पंजाब और उत्तर पूर्वी दिल्ली में बसपा के उमीदवारों के समर्थन में प्रचार भी किया था. हमने उनकी वीडियोज के ट्रांसक्रिप्ट स्पीकर साहब को दे दिया है. अब उन्हें स्पीकर को सच बताना है.'
सौरभ ने कहा कि 'वे अगर कहते हैं कि मैं आम आदमी पार्टी में ही हूं. तो यह बात स्पीकर साहब को बताएं और अगर अभी भी इसी मुद्दे पर डटे हैं कि मैं बसपा में हूं. तो वो भी उन्हें स्पीकर साहब को ही बताना होगा.'
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यही बात कपिल मिश्रा को भी बतानी है. वे ट्विटर पर कहते रहे कि सातों सीटें मोदी को दो. 'केजरीवाल हटाओ दिल्ली बचाओ' के नारे लगाते रहे हैं. इन सबके स्क्रीनशॉट लेकर मैंने स्पीकर साहब को दे दिये हैं. उन्हें 7 दिन का समय दिया गया और 7 दिन बाद जब उन्हें जवाब देना था. तब उन्होंने कहा कि उन्हें पिटिशन की कॉपी नहीं मिली, जबकि वो कॉपी उन्हें मेल पर भी भेजी गई थी.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उन्हें अब डर लग रहा है कि उनकी विधायकी जाने वाली है. वे स्पीकर साहब के सामने आएं और बोलें कि हम मोदी जी के साथ हैं. लेकिन ऐसे में उनकी विधायकी चली जाएगी या फिर वे वकीलों के पीछे छिपकर कहें कि आज बीमार हो गए, आज कहीं जाना था.
अब देखने वाली बात यह होगी कि इस मामले में दोनों तरफ से चल रहे आरोप प्रत्यारोप के तीर कहां जाकर खत्म होते हैं और इस पर विधानसभा अध्यक्ष क्या फैसला लेते हैं.