नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के गुरुवार के आदेश को लेकर भी दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल के बीच टकराव जारी है. अब आम आदमी पार्टी इस मुद्दे पर हमलावर हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश को अमल में लाने के लिए शुक्रवार को जिस तरह दिल्ली सरकार ने दोबारा सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, इस पर आप सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है. सांसद संजय सिंह ने कहा है कि दिल्ली के उपराज्यपाल, अहंकारी, घमंडी और तानाशाह लाटसाहब हैं. वे पहले भी कह चुके हैं कि हम सुप्रीम कोर्ट को नहीं मानते हैं और आज उन्होंने साबित कर दिया कि वे भारत के मुख्य न्यायाधीश और संविधान पीठ के आदेश को नहीं मानते. क्या ऐसे उपराज्यपाल को अपने पद पर रहने का हक है? ऐसे व्यक्ति को तुरंत हटा देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि, यह संवैधानिक संकट की स्थिति है कि उपराज्यपाल सुप्रीम कोर्ट के आदेश को भी मानने को तैयार नहीं हैं. सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट आदेश दिया था कि तीन विभागों को छोड़कर सर्विसेज के मामले में ट्रांसफर पोस्टिंग का सभी अधिकार दिल्ली सरकार के पास होगा. साथ ही मंत्रिमंडल का फैसला, उपराज्यपाल के लिए बाध्यकारी होगा और विधानसभा को कानून बनाने का पूरा अधिकार होगा. इसके बावजूद उपराज्यपाल तानाशाही दिखा रहे हैं. यह निर्लज्जता की पराकाष्ठा है.
यह भी पढ़ें-सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली की जनता से जुड़े लंबित कामों में तेजी आने की उम्मीद
आप सांसद ने यह भी कहा कि, इसलिए शुक्रवार को दिल्ली सरकार दोबारा सुप्रीम कोर्ट गई और अब एलजी के पास भागने का कोई रास्ता नहीं है. यह मामला रेगुलर बेंच के पास जाएगा, जो औपचारिकता मात्र है. रेगुलर बेंच ने कंस्टीट्यूशन बेंच से राय मांगी थी और अब कंस्टीट्यूशन बेंच ने इसपर अपनी राय स्पष्ट कर दी है.
यह भी पढ़ें-LG vs Delhi Govt: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से केजरीवाल ही दिल्ली के बॉस, एलजी मानें सरकार की सलाह