नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने के फैसले को पलट दिया है. जिस पर आम आदमी पार्टी ने कड़ा एतराज जताया है. आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता और विधायक राघव चड्ढा ने यहां तक कह दिया कि दिल्ली के जनता को दुख देने से केंद्र सरकार को खुशी मिलती है.
उदाहरण के तौर पर दिल्ली सरकार का होम आइसोलेशन मॉडल. होम आइसोलेशन मॉडल का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार के उस होम आइसोलेशन मॉडल को रद्द कर दिया. जब दिल्ली की जनता ने और दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध किया तो उनको अपना फैसला वापस लेना पड़ा और होम आइसोलेशन मॉडल को पुनर्स्थापित करना पड़ा.
'अपने बातों से मुकर रही केंद्र सरकार'
राघव चड्ढा ने कहा कि केंद्र सरकार ने 8 जून 2020 को एक आदेश पारित करते हुए कहा कि पूरे देश भर में होटल और साप्ताहिक बाजार खोले जा सकते हैं और 8 जून के बाद पूरे देश में होटल और सप्ताहिक बाजार खुल गए.
परंतु उस समय दिल्ली में परिस्थितियां बेहद गंभीर थी. इसके चलते दिल्ली में होटल और सप्ताहिक बाजार नहीं खोले गए. आज जब दिल्ली सरकार दिल्ली में होटल और सप्ताहिक बाजार खोलना चाहती है. तो केंद्र सरकार को अच्छा नहीं लग रहा.
'20 लाख लोगों के रोजगार का सवाल'
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राघव चड्ढा ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अर्थव्यवस्था बिल्कुल ध्वस्त हो गई है. निर्जीव अर्थव्यवस्था को जीवित करने के लिए केजरीवाल सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए.
उसी कड़ी में एक महत्वपूर्ण कदम दिल्ली के होटल और साप्ताहिक बाजारों को खोलने की अनुमति देना भी है. उन्होंने कहा कि यह दो ऐसे व्यवसाय हैं जिसके माध्यम से लगभग 20 लाख लोगों का रोजगार जुड़ा हुआ है. उनके घर का चूल्हा होटल व्यवसाय से या फिर साप्ताहिक बाजार के माध्यम से जलता है. आज केंद्र सरकार ने 20 लाख लोगों के पेट पर लात मारने का काम किया है.
'फैसला वापस ले केंद्र सरकार'
भाजपा सरकार को हिदायत देते हुए राघव चड्ढा ने कहा कि दिल्ली की जनता के दुख में आनंद की अनुभूति करने वाली केंद्र सरकार दिल्ली में होटल और साप्ताहिक बाजार को खोलने पर रोक लगाने वाले अपने तुगलकी फरमान को वापस ले. दिल्ली की जनता के हक में केजरीवाल सरकार को होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने की अनुमति दें.