नई दिल्ली: बजट सत्र की मंगलवार से शुरुआत हो गई. सत्र के पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण हुआ तो पूर्व निर्धारित रणनीति के तहत अन्य दलों के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया. आम आदमी पार्टी ने अभिभाषण का बहिष्कार करने की बात पहले ही कही थी, आज जब राष्ट्रपति का अभिभाषण हुआ तो पार्टी का कोई भी सांसद सदन में मौजूद नहीं था.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह का कहना है कि उनकी पार्टी राष्ट्रपति और राष्ट्रपति के पद का सम्मान करती है, लेकिन केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार के विरोध में अभिभाषण का बहिष्कार कर रही है. क्योंकि सरकार सभी मोर्चे पर विफल रही है और उसने अपने वादे को पूरा नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि सोमवार को ही सर्वदलीय बैठक में इस मुद्दे को उठाया था, लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. तभी हमने अभिभाषण का विरोध करने का फैसला किया. सिंह ने ट्वीट के जरिए भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने लिखा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण मोदी सरकार के झूठे वादों और झूठे दावों का पुलिंदा होता है. इसमें राष्ट्रपति के अपने एक शब्द नहीं हैं. मोदी सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई है, इसलिए आम आदमी पार्टी राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करेगी.
इसे भी पढ़ें: राष्ट्रपति के अभिभाषण के बहिष्कार से सामने आया AAP का अराजक चेहरा: भाजपा
बता दें, आप सांसद संजय सिंह ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की है कि अडानी और अडानी समूह के सभी लोगों के पासपोर्ट जब्त किए जाएं. अडानी समूह की सभी कंपनियों में हुई वित्तीय अनियमितता और शेयरधारकों के साथ धोखाधड़ी की सीबीआई और सेबी से उच्चस्तरीय जांच कराई जाएं. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में संजय सिंह ने अमेरिकी रिसर्च फर्म की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा है कि भारत के सबसे बड़े कॉर्पोरेट समूह अडानी ग्रुप पर 25 जनवरी से अब तक संयुक्त बाजार मूल्यांकन में 4.17 लाख करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है.
इसे भी पढ़ें: प्राइवेट स्कूलों को पछाड़ेगा दिल्ली का ये सरकारी स्कूल, स्कूल की टैरिस पर स्पोर्ट्स ग्राउंड