नई दिल्ली/नोएडा: गौतमबुद्ध नगर जनपद के जिला कलेक्टर मनीष कुमार वर्मा फुल एक्शन में नजर आ रहे हैं. नोएडा में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी पर नकेल कसने के लिए जिलाधिकारी ने बड़ी कार्रवाई की है. जानकारी के अनुसार, डीएम ने 90 नामी स्कूलों पर एक-एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है. यह जुर्माना कोरोना काल के समय 15 प्रतिशत फीस का एडजेस्ट नहीं करने वाले प्राइवेट स्कूलों पर लगाया गया है.
पुलिस जानकारी के अनुसार, सभी स्कूलों को जुर्माने की राशि 10 दिनों में जमा करना है. अगर किसी भी स्कूलों द्वारा इसमें देरी की गई, तो जुर्माने की राशि और बढ़ा दी जाएगी. पुलिस के अनुसार, जिले में सैकड़ों की संख्या में डग्गामार स्कूल चल रहे हैं. गौतमबुद्ध नगर जनपद में कई स्कूलों के पास पूरे मानक नहीं है. छोटे-छोटे मकानों में मान्यता लेकर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. बहरहाल, जुर्माने का आदेश 24 अप्रैल को जिलाधिकारी द्वारा जारी किया गया है.
जिला शुल्क नियामक समिति की डीएम ने ली बैठक: जिलाधिकारी गौतमबुद्ध नगर की अध्यक्षता में जिला शुल्क नियामक समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में की गई. बैठक में नोएडा के नगर मजिस्ट्रेट धर्मेन्द्र सिंह, मुख्य कोषाधिकारी अशोक कुमार, चार्टर्ड अकाउंटेंट शुभम सारस्वत समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
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90 स्कूलों पर लगा 1 लाख का जुर्माना: गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान प्राइवेट स्कूलों ने मनमाने तरीके से फीस वसूली किया था. इस दौरान अभिभावकों ने स्कूलों पर मनमानी करने का आरोप भी लगाया था. तब मामले पर संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने निजी स्कूलों को अभिभावकों को 15% फीस वापसी या उसको एडजेस्ट करने का आदेश दिया था. अभी तक स्कूलों की तरफ से इस आदेश को नहीं माना गया. ऐसे में जिलाधिकारी ने कोर्ट के आदेश पर अमल नहीं करने वाले नोएडा के स्कूलों पर कठोर कार्रवाई की है.
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