नई दिल्ली: लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर लोगों के साथ की जा रही ठगी को लेकर अब आर्थिक अपराध शाखा ने एक साथ 13 एफआईआर दर्ज कर ली है. यह एफआईआर उन बिल्डरों, प्रमोटर और डेवलपर के खिलाफ की गई है, जो लोगों को सस्ते फ्लैट का झांसा देकर उनसे मोटी रकम वसूल रहे हैं. वहीं आर्थिक अपराध शाखा ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है.
विभिन्न माध्यमों से प्रचार कर लोगों को फंसाया
बिल्डरों ने विभिन्न कंपनियों, सोसाइटी, बिल्डर और डेवलपर के माध्यम से इसका प्रचार-प्रसार मैसेज और सोशल मीडिया के जरिए किया और लोगों को झांसा देकर उनसे मोटी रकम ली. लोगों के बीच इस तरह के दस्तावेज भी बांटे गए हैं. जिसमें यह दिखाया गया है कि लैंड पूलिंग पॉलिसी के तहत फ्लैट बनाए जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इसकी जांच करने के बाद विभिन्न वेबसाइट की जांच करने के बाद इसे लेकर शुक्रवार को 13 एफआईआर दर्ज की है. दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के साथ ही इसकी जांच भी एसआईटी के माध्यम से शुरू कर दी है ताकि लोगों से आगे ठगी ना हो सके.
पोर्टल के माध्यम से लोगों से ठगी
आर्थिक अपराध शाखा को प्राथमिक जांच में पता चला है, कुछ जालसाजों ने लोगों को ठगने के मकसद से ही अपने पोर्टल बनाएं और उनको सस्ते फ्लैट का झांसा दिया. लोगों को विभिन्न हाउसिंग सोसायटी के नाम पर बुलाकर फ्लैट की बुकिंग भी ली गई है. इसमें बड़ी संख्या में लोग फ्लैट भी बुक करा चुके हैं. ऐसे पीड़ितों से भी पुलिस की एसआईटी संपर्क कर रही है.
नाइजीरियन गैंग भी शामिल
आर्थिक अपराध शाखा के अनुसार इस पूरे फर्जीवाड़े में नाइजीरियन गैंग के शामिल होने की बात भी सामने आई है. उनको जांच में पता चला है कि लैंड पूलिंग पॉलिसी के नाम पर यह गैंग भी घर का सपना दिखाकर लोगों से ठगी कर रहा है.