ETV Bharat / state

गजब! पुलिस ने बिना एक रुपये खर्च किये लगाए ढाई लाख कैमरे

अपराध पर लगाम लगाने के लिए ना केवल पुलिस बल्कि दिल्ली सरकार भी सीसीटीवी पर भरोसा जताती है. इसलिए आगामी अक्टूबर महीने तक और 1 लाख 40 हजार CCTV कैमरे लगाने का काम चल रहा है. यह कैमरे निगेहबान स्कीम के तहत लोगों को प्रेरित कर लगवाए जा रहे हैं.

CCTV कैमरे लगाने का काम जारी ETV BHARAT
author img

By

Published : Sep 9, 2019, 8:12 PM IST

नई दिल्ली: दिल्ली में अपराध पर लगाम लगाने के लिए केजरीवाल सरकार हर विधानसभा में 2 हजार सीसीटीवी कैमरे लगवा रही है. दिल्ली पुलिस भी सीसीटीवी कैमरों पर काफी भरोसा करती है और राजधानी में 2 लाख 61 हजार कैमरे लगवा चुकी है. खास बात यह है कि इन कैमरों को लगवाने में दिल्ली पुलिस की तरफ से एक रुपये खर्च नहीं किये गए हैं. यह कैमरे निगेहबान स्कीम के तहत लोगों को प्रेरित कर लगवाए गए हैं.

पुलिस ने बिना एक रुपये खर्च किये लगाए ढाई लाख कैमरे


राजधानी में हत्या की वारदात हो या लूट, चोरी हो या झपटमारी, सबसे पहले पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालती है. सीसीटीवी से मिले सुराग की मदद से अब तक सैकड़ों मामले दिल्ली पुलिस सुलझा चुकी है. अपराध पर लगाम लगाने के लिए ना केवल पुलिस बल्कि दिल्ली सरकार भी सीसीटीवी पर भरोसा जताती है. यही वजह है कि सरकार दिल्ली के चप्पे-चप्पे को सीसीटीवी कैमरों से लैस करना चाहती है. इसके लिए आगामी अक्टूबर माह तक 1 लाख 40 हजार कैमरे लगाने का काम चल रहा है.

दिल्ली पुलिस ने लगवाए 2.61 लाख कैमरे
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि सीसीटीवी अपराध सुलझाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कई बार अपराधी ऐसी जगहों पर वारदात करने से हिचकते हैं, जहां कैमरे लगे हों. इसलिए दिल्ली पुलिस कैमरे लगवाने पर जोर देती है.

1.4 lakhs CCTV will be installed by delhi police in Delhi
चल रहा है CCTV कैमरे लगाने का काम
उन्होंने बताया कि इसके लिए दिल्ली पुलिस 'निगेहबान' स्कीम चलाती है. इस स्कीम के तहत दिल्ली पुलिस विभिन्न क्षेत्र के आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) और एमडब्ल्यूए (मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन) से मदद लेती है. उन्हें सीसीटीवी का महत्व बताकर सुरक्षा मजबूत करने के लिए सीसीटीवी लगवाने को प्रेरित किया जाता है.


एक रुपये भी नहीं होता पुलिस का खर्च
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि निगेहबान स्कीम के तहत पुलिस खुद कैमरे नहीं लगवाती बल्कि आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यूए से लगवाती है. इस वजह से दिल्ली पुलिस का कैमरे लगवाने में कोई खर्च नहीं आता है. आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यू एक जिम्मेदार संस्था होने के चलते खुद इसका खर्च उठाते हैं. वो ना केवल कैमरे लगवाते हैं बल्कि इसके जरिये लगातार निगरानी भी करते हैं. आवश्यकता पड़ने पर वो सीसीटीवी की फुटेज भी पुलिस को मुहैया कराते हैं.


महिला सुरक्षा से लेकर आतंकवाद रोकने में मददगार
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि इस प्रयास से ना केवल महिलाओं की सुरक्षा में मदद मिलती है बल्कि आतंकवादी घटनाओं को रोकने में भी सहयोग मिलता है. उन्होंने बताया कि पुलिस अब आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यूए से बातचीत कर पार्क और सड़कों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाने का प्रयास कर रही है ताकि सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके.


ज्यादा से ज्यादा कैमरे लगाने की अपील
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने लोगों से अपील की है कि वो अपने घरों और दुकानों के पास सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं. इससे ना केवल उनकी सुरक्षा होगी बल्कि खुद अपराधी भी उनके पास आने से बचेंगे.

नई दिल्ली: दिल्ली में अपराध पर लगाम लगाने के लिए केजरीवाल सरकार हर विधानसभा में 2 हजार सीसीटीवी कैमरे लगवा रही है. दिल्ली पुलिस भी सीसीटीवी कैमरों पर काफी भरोसा करती है और राजधानी में 2 लाख 61 हजार कैमरे लगवा चुकी है. खास बात यह है कि इन कैमरों को लगवाने में दिल्ली पुलिस की तरफ से एक रुपये खर्च नहीं किये गए हैं. यह कैमरे निगेहबान स्कीम के तहत लोगों को प्रेरित कर लगवाए गए हैं.

पुलिस ने बिना एक रुपये खर्च किये लगाए ढाई लाख कैमरे


राजधानी में हत्या की वारदात हो या लूट, चोरी हो या झपटमारी, सबसे पहले पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालती है. सीसीटीवी से मिले सुराग की मदद से अब तक सैकड़ों मामले दिल्ली पुलिस सुलझा चुकी है. अपराध पर लगाम लगाने के लिए ना केवल पुलिस बल्कि दिल्ली सरकार भी सीसीटीवी पर भरोसा जताती है. यही वजह है कि सरकार दिल्ली के चप्पे-चप्पे को सीसीटीवी कैमरों से लैस करना चाहती है. इसके लिए आगामी अक्टूबर माह तक 1 लाख 40 हजार कैमरे लगाने का काम चल रहा है.

दिल्ली पुलिस ने लगवाए 2.61 लाख कैमरे
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि सीसीटीवी अपराध सुलझाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कई बार अपराधी ऐसी जगहों पर वारदात करने से हिचकते हैं, जहां कैमरे लगे हों. इसलिए दिल्ली पुलिस कैमरे लगवाने पर जोर देती है.

1.4 lakhs CCTV will be installed by delhi police in Delhi
चल रहा है CCTV कैमरे लगाने का काम
उन्होंने बताया कि इसके लिए दिल्ली पुलिस 'निगेहबान' स्कीम चलाती है. इस स्कीम के तहत दिल्ली पुलिस विभिन्न क्षेत्र के आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) और एमडब्ल्यूए (मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन) से मदद लेती है. उन्हें सीसीटीवी का महत्व बताकर सुरक्षा मजबूत करने के लिए सीसीटीवी लगवाने को प्रेरित किया जाता है.


एक रुपये भी नहीं होता पुलिस का खर्च
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि निगेहबान स्कीम के तहत पुलिस खुद कैमरे नहीं लगवाती बल्कि आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यूए से लगवाती है. इस वजह से दिल्ली पुलिस का कैमरे लगवाने में कोई खर्च नहीं आता है. आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यू एक जिम्मेदार संस्था होने के चलते खुद इसका खर्च उठाते हैं. वो ना केवल कैमरे लगवाते हैं बल्कि इसके जरिये लगातार निगरानी भी करते हैं. आवश्यकता पड़ने पर वो सीसीटीवी की फुटेज भी पुलिस को मुहैया कराते हैं.


महिला सुरक्षा से लेकर आतंकवाद रोकने में मददगार
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि इस प्रयास से ना केवल महिलाओं की सुरक्षा में मदद मिलती है बल्कि आतंकवादी घटनाओं को रोकने में भी सहयोग मिलता है. उन्होंने बताया कि पुलिस अब आरडब्ल्यूए और एमडब्ल्यूए से बातचीत कर पार्क और सड़कों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाने का प्रयास कर रही है ताकि सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके.


ज्यादा से ज्यादा कैमरे लगाने की अपील
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने लोगों से अपील की है कि वो अपने घरों और दुकानों के पास सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं. इससे ना केवल उनकी सुरक्षा होगी बल्कि खुद अपराधी भी उनके पास आने से बचेंगे.

Intro:नई दिल्ली
दिल्ली में अपराध पर लगाम लगाने के लिए केजरीवाल सरकार प्रत्येक विधानसभा में दो हजार सीसीटीवी कैमरे लगवा रही है. दिल्ली पुलिस भी सीसीटीवी कैमरों पर काफी भरोसा करती है और राजधानी में 2.61 लाख कैमरे लगवा चुकी है. खास बात यह है कि इन कैमरों को लगवाने में दिल्ली पुलिस की तरफ से एक रुपये खर्च नहीं किये गए हैं. यह कैमरे निगेहबान स्कीम के तहत लोगों को प्रेरित कर लगवाए गए हैं.


Body:जानकारी के अनुसार राजधानी में हत्या की वारदात हो या लूट, चोरी हो या झपटमारी, सबसे पहले पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालती है. सीसीटीवी से मिले सुराग की मदद से अब तक सैकड़ों मामले दिल्ली पुलिस सुलझा चुकी है. अपराध पर लगाम लगाने के लिए न केवल पुलिस बल्कि दिल्ली सरकार भी सीसीटीवी पर भरोसा जताती है. यही वजह है कि सरकार दिल्ली के चप्पे-चप्पे को सीसीटीवी से लैस करना चाहती है. इसके लिए आगामी अक्टूबर माह तक 1.40 लाख कैमरे लगाने का काम चल रहा है.



दिल्ली पुलिस ने लगवाए 2.61 लाख कैमरे
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि सीसीटीवी अपराध सुलझाने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. कई बार अपराधी ऐसी जगहों पर वारदात करने से हिचकते हैं, जहां कैमरे लगे हों. इसलिए दिल्ली पुलिस कैमरे लगवाने पर जोर देती है. उन्होंने बताया कि इसके लिए "निगेहबान" स्कीम दिल्ली पुलिस चलाती है. इस स्कीम के तहत दिल्ली पुलिस विभिन्न क्षेत्र के आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) और एमडब्ल्यूए (मार्किट वेलफेयर एसोसिएशन) से मदद लेती है. उन्हें सीसीटीवी का महत्व बताकर सुरक्षा मजबूत करने के लिए सीसीटीवी लगवाने को प्रेरित किया जाता है.



एक रुपये भी नहीं होता पुलिस का खर्च
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि निगेहबान स्कीम के तहत पुलिस खुद कैमरे नहीं लगवाती बल्कि आरडब्ल्यूए एवं एमडब्ल्यूए से लगवाती है. इस वजह से दिल्ली पुलिस का कैमरे लगवाने में कोई खर्च नहीं आता है. आरडब्ल्यूए एवं एमडब्ल्यू एक जिम्मेदार संस्था होने के चलते खुद इसका खर्च उठाते हैं. वह न केवल कैमरे लगवाते हैं बल्कि इसके जरिये लगातार निगरानी भी करते हैं. आवश्यकता पड़ने पर वह सीसीटीवी की फुटेज भी पुलिस को मुहैया कराते हैं.


महिला सुरक्षा से लेकर आतंकवाद रोकने में मददगार
डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा ने बताया कि इस प्रयास से न केवल महिलाओं की सुरक्षा में मदद मिलती है बल्कि आतंकवादी घटनाओं को रोकने में भी सहयोग मिलता है. उन्होंने बताया कि पुलिस अब आरडब्ल्यूए एवं एमडब्ल्यूए से बातचीत कर पार्क एवं सड़कों पर भी सीसीटीवी कैमरे लगवाने का प्रयास कर रही है ताकि सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके.


Conclusion:ज्यादा से ज्यादा कैमरे लगाने की अपील
डीसीपी मनदीप सिंह रंधावा ने लोगों से अपील की है कि वह अपने घरों एवं दुकानों के पास सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवाएं. इससे न केवल उनकी सुरक्षा होगी बल्कि खुद अपराधी भी उनके पास आने से बचेंगे.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.