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ग्रेटर नोएडा: एक नवंबर को योगी आदित्यनाथ करेंगे गंगाजल परियोजना का शुभारंभ - ग्रेटर नोएडा गंगाजल परियोजना

ग्रेटर नोएडा के लोगों को जल्द गंगाजल परियोजना का लाभ मिलने वाला है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक नवंबर को इस परियोजना का शुभारंभ करेंगे, जिससे ग्रेटर नोएडा (Yogi Adityanath will inaugurate Gangajal project) के लोग लाभान्वित होंगे.

Yogi Adityanath will launch Gangajal project
Yogi Adityanath will launch Gangajal project
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Published : Oct 30, 2022, 5:06 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: लंबे समय से गंगाजल परियोजना के पूरा होने और घर तक गंगाजल आने का इंतजार कर रहे ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए खुशखबरी है. खबर है कि 1 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस परियोजना का शुभारंभ (Yogi Adityanath will inaugurate Gangajal project) करेंगे. इस दौरान ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों के घर गंगाजल मिश्रित जलापूर्ति होगी. इससे ग्रांउड वॉटर पर निर्भरता कम होगी और भूजल की बचत होने के साथ भूजल के स्तर में भी सुधार होगा.

योगी आदित्यनाथ करेंगे गंगाजल परियोजना का शुभारंभ

क्या है गंगाजल परियोजना: दरअसल, अपर गंगा कैनाल (हापुड़) से 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव सबसे पहले 2005 में बना था. इसके बाद 2012 से 2014 के बीच ग्रेटर नोएडा परिक्षेत्र में जलापूर्ति नेटवर्क तैयार कर लिया गया. वहीं, 2017 के बाद देहरा से जैतपुर तक 23 किलोमीटर की पाइपलाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, व देहरा में इंटेक (प्रारंभिरक ट्रीटमेंट प्लांट) के निर्माण के कार्य शुरू किए. इसके लिए देहरा से 7.4 किलोमीटर की पाइप लाइन सिंचाई विभाग की जमीन पर की जानी थी, जिसको प्राधिकरण ने 2018 तक पूरा कर लिया. उसके आगे एनटीपीसी से जमीन लेकर पाइपलाइन बिछाई गई.

इसके बाद पल्ला के पास दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे से पाइपलाइन डालने का काम हुआ. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के नीचे से पाइपलाइन को पार करते हुए दिसंबर 2021 में गंगाजल पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचया गया. इस बीच कुछ किसान पल्ला में बने डब्ल्यूटीपी पर धरने पर भी बैठे, जिससे काम रुक गया. इस पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों से वार्ता कर एक जुलाई को धरना खत्म कराया और फिर इस परियोजना पर आगे का काम शुरू हुआ. अब 1 नवंबर 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गंगाजल परियोजना का शुभारंभ करेंगे.

अभी इन सेक्टरों को मिलेगा लाभ: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गंगाजल परियोजना में नॉलेज पार्क एरिया में रिजर्व वायर से नॉलेज पार्क 1, 2 व 3, ओमेगा 1, पी 3, पी 4, पी 7 सहित अन्य बिल्डर्स एरिया में पानी पहुंचाया जाएगा. वहीं, सेक्टर 88 स्थित एरिया रिजर्व वायर से ईटा 1 व 2, डेल्टा 1, 2 व 3 में गंगाजल की सप्लाई करने के साथ गोल्फ कोर्स स्थित एरिया रिजर्व वायर से सेक्टर अल्फा 1 बीटा 1 व 2 और गामा 1 व 2 में सप्लाई की जाएगी.

यह होंगे लाभ: गंगाजल परियोजना से मिलने वाले जल की कठोरता कम होगी और लोगों को अच्छा जल पीने के लिए मिलेगा. साथ ही इस योजना से भूजल दोहन भी कम होगा और गिरते जलस्तर में सुधार होगा. इस परियोजना से यहां के लोग बिना आरओ के भी पानी पी सकेंगे.

यह भी पढ़ें-दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी ने यमुना के पानी से किया स्नान, BJP सांसद ने दी थी चुनौती

गंगाजल परियोजना पर एक नजर

-2005 में गंगाजल परियोजना का हुआ ऐलान
-फरवरी 2019 में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति
-जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी
-जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति
-जुलाई 2021 में आईओसीएल से पाइप लाइन डालने की मिली अनुमति
-अक्तूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुमति
-दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचा गंगाजल
-किसानों के विरोध के चलते दिसंबर 2021 से 1 जुलाई 2022 तक काम रुका
-2 सितंबर 2022 को जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक पहुंचा गंगाजल
-1 नवंबर 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे परियोजना का शुभारंभ

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नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: लंबे समय से गंगाजल परियोजना के पूरा होने और घर तक गंगाजल आने का इंतजार कर रहे ग्रेटर नोएडा वासियों के लिए खुशखबरी है. खबर है कि 1 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस परियोजना का शुभारंभ (Yogi Adityanath will inaugurate Gangajal project) करेंगे. इस दौरान ग्रेटर नोएडा में रहने वाले लोगों के घर गंगाजल मिश्रित जलापूर्ति होगी. इससे ग्रांउड वॉटर पर निर्भरता कम होगी और भूजल की बचत होने के साथ भूजल के स्तर में भी सुधार होगा.

योगी आदित्यनाथ करेंगे गंगाजल परियोजना का शुभारंभ

क्या है गंगाजल परियोजना: दरअसल, अपर गंगा कैनाल (हापुड़) से 85 क्यूसेक गंगाजल लाने का प्रस्ताव सबसे पहले 2005 में बना था. इसके बाद 2012 से 2014 के बीच ग्रेटर नोएडा परिक्षेत्र में जलापूर्ति नेटवर्क तैयार कर लिया गया. वहीं, 2017 के बाद देहरा से जैतपुर तक 23 किलोमीटर की पाइपलाइन, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, व देहरा में इंटेक (प्रारंभिरक ट्रीटमेंट प्लांट) के निर्माण के कार्य शुरू किए. इसके लिए देहरा से 7.4 किलोमीटर की पाइप लाइन सिंचाई विभाग की जमीन पर की जानी थी, जिसको प्राधिकरण ने 2018 तक पूरा कर लिया. उसके आगे एनटीपीसी से जमीन लेकर पाइपलाइन बिछाई गई.

इसके बाद पल्ला के पास दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे से पाइपलाइन डालने का काम हुआ. ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे के नीचे से पाइपलाइन को पार करते हुए दिसंबर 2021 में गंगाजल पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचया गया. इस बीच कुछ किसान पल्ला में बने डब्ल्यूटीपी पर धरने पर भी बैठे, जिससे काम रुक गया. इस पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने किसानों से वार्ता कर एक जुलाई को धरना खत्म कराया और फिर इस परियोजना पर आगे का काम शुरू हुआ. अब 1 नवंबर 2022 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गंगाजल परियोजना का शुभारंभ करेंगे.

अभी इन सेक्टरों को मिलेगा लाभ: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की गंगाजल परियोजना में नॉलेज पार्क एरिया में रिजर्व वायर से नॉलेज पार्क 1, 2 व 3, ओमेगा 1, पी 3, पी 4, पी 7 सहित अन्य बिल्डर्स एरिया में पानी पहुंचाया जाएगा. वहीं, सेक्टर 88 स्थित एरिया रिजर्व वायर से ईटा 1 व 2, डेल्टा 1, 2 व 3 में गंगाजल की सप्लाई करने के साथ गोल्फ कोर्स स्थित एरिया रिजर्व वायर से सेक्टर अल्फा 1 बीटा 1 व 2 और गामा 1 व 2 में सप्लाई की जाएगी.

यह होंगे लाभ: गंगाजल परियोजना से मिलने वाले जल की कठोरता कम होगी और लोगों को अच्छा जल पीने के लिए मिलेगा. साथ ही इस योजना से भूजल दोहन भी कम होगा और गिरते जलस्तर में सुधार होगा. इस परियोजना से यहां के लोग बिना आरओ के भी पानी पी सकेंगे.

यह भी पढ़ें-दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी ने यमुना के पानी से किया स्नान, BJP सांसद ने दी थी चुनौती

गंगाजल परियोजना पर एक नजर

-2005 में गंगाजल परियोजना का हुआ ऐलान
-फरवरी 2019 में दिल्ली-हावड़ा रेलवे लाइन के नीचे काम करने की अनुमति
-जुलाई 2019 में एनटीपीसी दादरी से मिली एनओसी
-जून 2021 में वन विभाग ने दी काम करने की अनुमति
-जुलाई 2021 में आईओसीएल से पाइप लाइन डालने की मिली अनुमति
-अक्तूबर 2021 में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के नीचे से लाइन डालने की अनुमति
-दिसंबर 2021 में पल्ला के डब्ल्यूटीपी तक पहुंचा गंगाजल
-किसानों के विरोध के चलते दिसंबर 2021 से 1 जुलाई 2022 तक काम रुका
-2 सितंबर 2022 को जैतपुर स्थित मास्टर रिजर्व वायर तक पहुंचा गंगाजल
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