नई दिल्ली/नोएडा: बांग्लादेश से पति सौरभकांत तिवारी की तलाश में नोएडा आई सोनिया अख्तर ने अधिकारियों के सामने दस्तावेज पेश किए. इसमें उसने दावा किया कि एक साल का अन्नू सौरभकांत का ही बेटा है. सूत्रों के अनुसार, सोनिया के दावों का सौरभकांत ने खंडन नहीं किया है. बताया जा रहा है कि पुलिस जब दोनों से आमने-सामने बैठाकर पूछताछ कर रही थी तो अधिकतर समय वह चुप रहा. न हां में जवाब दिया और न ना में.
दरअसल, बुधवार को एडिशनल डीसीपी ने काउंसलिंग के मकसद से सौरभकांत और सोनिया को ऑफिस बुलाया था. करीब एक घंटे तक दोनों आमने-सामने बैठे रहे. इस दौरान सोनिया ने बच्चे के जन्म प्रमाणपत्र पर सौरभ का नाम होने समेत कई ऐसे सबूत पेश किए, जिससे उसकी बातों को बल मिला. महिला अधिकारी के सामने सोनिया ने कहा कि वह सिर्फ अपने पति को घर वापस ले जाने के लिए भारत आई है और वह अपने पति के बिना वापस नहीं जाएगी.
महिला ने इस्लाम कबूल करने का भी पेश किया सबूत: सोनिया का दावा है कि सौरभ ने अधिकारियों के सामने यह भी कबूल किया कि उसे धर्मांतरण किया था. फिलहाल सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर मामले की जांच जारी है. घटना स्थल बांग्लादेश का होने के कारण इस संबंध में नोएडा के किसी थाने में मामला दर्ज नहीं हुआ है, पर पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. डीसीपी प्रीति यादव ने दोनों को ऑफिस में बुलाया था ताकि काउंसलिंग कर उनके रिश्तों को कोई मंजिल दी जा सके.
ऐसे प्यार में बदली दोनों की दोस्ती: सोनिया ने बताया कि ढाका की बायतुल मस्जिद में 14 अप्रैल 2021 को उसका और सौरभकांत का निकाह हुआ था. काउंसलिंग के दौरान सौरभ ज्यादातर समय चुप रहा, वहीं सोनिया ने अधिकारियों के सामने खुलकर अपनी बात रखी. उसने बताया कि सौरभ से पहली मुलाकात उसके ही ऑफिस में हुई थी.
दरअसल, उस कंपनी में केमिकल सप्लाई को लेकर एक मीटिंग हुई थी, जिसमें सोनिया भी गई थी. वहीं दोनों पहली बार मिले. इसके बाद सौरभ ने उसका नंबर तलाशा और दोनों के बीच बातचीत होने लगी. इसी के बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई. महिला का आरोप है कि सौरभ की पहले ही शादी हो चुकी थी, इसके बावजूद उसने यह बात छुपाई और उससे शादी की.
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