नई दिल्ली: शाहदरा साउथ जोन की एक सड़क मलबा घर में तब्दील हो गई है और नगर निगम के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं. गाजियाबाद को दिल्ली नोएडा रोड लिंक रोड से जोड़ने वाली ये हिंडन कैनाल सड़क गाजीपुर डंपिंग यार्ड के पास मलवा यार्ड में तब्दील हो गई है. हालत यह है कि तकरीबन आधे किलोमीटर की सड़क पर मलबे का ढेर लग गया है. क्षेत्र के निर्माण कार्य से निकलने वाला मलबा जहां पर डंप किया जाता है.
गाज़ीपुर डंपिंग यार्ड की वजह से पहले से परेशान आसपास लोगों के लिए मलबे का ढेर उनकी मुसीबतों को और बढ़ा रहा है. मलबा घर में तब्दील यह सड़क दिल्ली नगर निगम के प्रदूषण को नियंत्रित करने के दावे की भी पोल खोल रहा है. दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली नगर निगम की तरफ से दावा किया गया था कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए मलबा फेंकने के लिए निर्धारित जगहों को कम किया गया है. सड़कों और खाली प्लॉटों पर मलबा फेंके जाने पर रोक लगाया गया है, लोगों को निर्देश दिया गया है कि वह मलबा निर्धारित जगहों पर फेंके या उसे शास्त्री पार्क की स्थित सीएनडी प्लांट पर पहुंचाएं.
इसके लिए नगर निगम की तरफ से हेल्पलाइन सेवा भी शुरू की गयी है, लेकिन इन सब दावों के बीच सड़कों खाली प्लॉटों पर मलबा फेंकने का कार्य जारी है. लोगों का आरोप है कि दिल्ली नगर निगम और पुलिस दोनों ही इसमें लिप्त है, ट्रैक्टर माफिया और ट्रक माफिया के साथ मिलकर मलबा फेंकने दिया जाता है. गाजीपुर के राजवीर कॉलोनी रहने वाले लोगों ने बताया कि गाजीपुर डंपिंग यार्ड में जमा कूड़े का पहाड़ ढहने से कुछ साल पहले मौत हो गई थी. कूड़ा कैनाल तक पहुंच गया था तब से गाजीपुर डंपिंग यार्ड के समांतर गुजरने वाली हिंडोन कैनाल रोड के कुछ हिस्से को बंद कर दिया गया. इसके बाद से ही इस सड़क पर क्षेत्र के लोग मलवा फेंकने लगे और पूरी सड़क पर मलबे का ढेर लग गया.