नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना नदी में डूबे छात्रों की मौत के बाद प्रशासन की ओर से दोनों के परिजनों को आर्थिक मदद दी गई. दोनों छात्रों का शव 17 जुलाई को यमुना से एनडीआरएफ की टीम द्वारा निकाला गया था. गुरुवार को सदर एसडीएम और जेवर विधायक पीड़ितों के घर पहुंचे और उन्होंने चार-चार लाख रुपये की आर्थिक मदद दोनों परिवारों को दी. इसके अलावा सांत्वना देकर उनके साथ खड़े रहने का भी आश्वासन दिया.
जेवर थाना क्षेत्र के मकनपुर गांव के निवासी संजीत और धीरज पड़ोसी थे. 16 जुलाई को यमुना नदी में बाढ़ आने के बाद संजीत अपने खेतों के नजदीक नहाने चला गया. नहाने के दौरान जब वह डूबने लगा तब धीरज ने पानी में कूदकर उसको बचाने का प्रयास किया, लेकिन गहरे पानी में दोनों डूब गए. एनडीआरएफ की टीम और गोताखोरों ने दोनों को तलाशने का दिन भर प्रयास किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका. अगले दिन 17 जुलाई को यमुना नदी में सर्चिंग अभियान के दौरान दोनों के शव मिले. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
दोनों परिवारों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए जेवर विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने एसडीएम सदर अंकित कुमार के साथ दोनों पीड़ित परिवारों का हाल चाल लिया और उन्हें आर्थिक मदद दी. ये राशि दोनों परिवारों को राज्य आपदा संकटमोचन निधि से दी गई. इसके अलावा इलाके के अधिकारी और जनप्रतिनिधि ने परिवार की परेशानी में उनके साथ खड़े रहकर हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.