ETV Bharat / state

रकम दोगुना करने के नाम पर पुलिसकर्मियों के करोड़ों रुपये सिपाही ने पत्नी संग डकारे

मामला करोड़ों रुपये होने के चलते इसकी शिकायत पीड़ित पुलिसकर्मियों के परिवार ने आर्थिक अपराध शाखा से की. मामला पुलिस से जुड़ा होने के चलते इस बाबत बीते अक्टूबर माह में आर्थिक अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की और घटना के बाद से फरार चल रहे दंपति की तलाश में छापेमारी शुरू की.

रकम दोगुना करने के नाम पर पुलिसकर्मियों के करोड़ों रुपये सिपाही ने पत्नी संग डकारे
author img

By

Published : Apr 12, 2019, 5:36 AM IST

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की जगतपुरी पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिसकर्मियों ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके पड़ोस में रहने वाला सिपाही और उसकी पत्नी फ्रॉड निकलेगी. उन्होंने रकम डबल करने के नाम पर कॉलोनी के पुलिसकर्मियों से करोड़ों रुपये एकत्रित किये और फरार हो गए. आरोपी महिला जयलक्ष्मी को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं उसके पति को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

करोड़ों रुपये कर लिए जमा
जानकारी के अनुसार जगतपुरी की पुलिस कॉलोनी में रहने वाली 45 वर्षीय जयलक्ष्मी का पति सुंदर राजन दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था. वहां रहने के दौरान जयलक्ष्मी ने कॉलोनी में रहने वाली पुलिसकर्मियों की पत्नियों से दोस्ती की और उनसे मेलजोल बढ़ाया.


इसके बाद उसने पड़ोसियों को बताया कि कम निवेश में वह कुछ समय के भीतर ही अपनी रकम को दोगुना कर सकते हैं. इस स्कीम में उन्हें आकर्षक मुनाफे का झांसा देकर दंपति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी को अपने जाल में फसाया. दंपत्ति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी से धीरे-धीरे करोड़ों रुपये जमा करवा लिए.

रुपये वापस मांगने पर हुए फरार
समय अवधि पूरी होने पर जब पड़ोसियों ने अपने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने इसके लिए स्कीम में और रुपये डालने को कहा. उन्होंने पहले तो पड़ोसियों को टाला और कुछ समय बाद दंपत्ति घर छोड़ कर फरार हो गए.


मामला करोड़ों रुपये होने के चलते इसकी शिकायत पीड़ित पुलिसकर्मियों के परिवार ने आर्थिक अपराध शाखा से की. मामला पुलिस से जुड़ा होने के चलते इस बाबत बीते अक्टूबर माह में आर्थिक अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की और घटना के बाद से फरार चल रहे दंपति की तलाश में छापेमारी शुरू की.

पुलिस के दबाव में महिला ने किया सरेंडर
दंपति की तलाश कर रही पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आरोपी सिपाही सुंदर राजन को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन उसकी पत्नी जयलक्ष्मी लगातार छुप रही थी. पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी.


इसलिए दबाव के चलते आखिरकार जयलक्ष्मी ने गुरुवार को अदालत के समक्ष सरेंडर कर दिया. वहां से पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उनके बैंक खाते एवं संपत्ति की जानकारी एकत्रित कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने कितने पैसे ठगे हैं.

नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की जगतपुरी पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिसकर्मियों ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके पड़ोस में रहने वाला सिपाही और उसकी पत्नी फ्रॉड निकलेगी. उन्होंने रकम डबल करने के नाम पर कॉलोनी के पुलिसकर्मियों से करोड़ों रुपये एकत्रित किये और फरार हो गए. आरोपी महिला जयलक्ष्मी को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं उसके पति को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.

करोड़ों रुपये कर लिए जमा
जानकारी के अनुसार जगतपुरी की पुलिस कॉलोनी में रहने वाली 45 वर्षीय जयलक्ष्मी का पति सुंदर राजन दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था. वहां रहने के दौरान जयलक्ष्मी ने कॉलोनी में रहने वाली पुलिसकर्मियों की पत्नियों से दोस्ती की और उनसे मेलजोल बढ़ाया.


इसके बाद उसने पड़ोसियों को बताया कि कम निवेश में वह कुछ समय के भीतर ही अपनी रकम को दोगुना कर सकते हैं. इस स्कीम में उन्हें आकर्षक मुनाफे का झांसा देकर दंपति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी को अपने जाल में फसाया. दंपत्ति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी से धीरे-धीरे करोड़ों रुपये जमा करवा लिए.

रुपये वापस मांगने पर हुए फरार
समय अवधि पूरी होने पर जब पड़ोसियों ने अपने रुपये वापस मांगे तो उन्होंने इसके लिए स्कीम में और रुपये डालने को कहा. उन्होंने पहले तो पड़ोसियों को टाला और कुछ समय बाद दंपत्ति घर छोड़ कर फरार हो गए.


मामला करोड़ों रुपये होने के चलते इसकी शिकायत पीड़ित पुलिसकर्मियों के परिवार ने आर्थिक अपराध शाखा से की. मामला पुलिस से जुड़ा होने के चलते इस बाबत बीते अक्टूबर माह में आर्थिक अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की और घटना के बाद से फरार चल रहे दंपति की तलाश में छापेमारी शुरू की.

पुलिस के दबाव में महिला ने किया सरेंडर
दंपति की तलाश कर रही पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आरोपी सिपाही सुंदर राजन को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन उसकी पत्नी जयलक्ष्मी लगातार छुप रही थी. पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी.


इसलिए दबाव के चलते आखिरकार जयलक्ष्मी ने गुरुवार को अदालत के समक्ष सरेंडर कर दिया. वहां से पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उनके बैंक खाते एवं संपत्ति की जानकारी एकत्रित कर रही है, ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने कितने पैसे ठगे हैं.

Intro:नई दिल्ली पूर्वी जिला

पूर्वी दिल्ली की जगतपुरी पुलिस कॉलोनी में रहने वाले पुलिसकर्मियों ने कभी सोचा भी नहीं था कि उनके पड़ोस में रहने वाला सिपाही और उसकी पत्नी फ्रॉड निकलेंगे. उन्होंने रकम डबल करने के नाम पर कॉलोनी के पुलिसकर्मियों से करोड़ों रुपये एकत्रित किये और फरार हो गए. आरोपी महिला जयलक्ष्मी को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं उसके पति को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है.


Body:जानकारी के अनुसार जगतपुरी की पुलिस कॉलोनी में रहने वाली 45 वर्षीय जयलक्ष्मी का पति सुंदर राजन दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात था. यहां रहने के दौरान जयलक्ष्मी ने कॉलोनी में रहने वाली पुलिसकर्मियों की पत्नियों से दोस्ती की और उनसे मेलजोल बढ़ाया. इसके बाद उसने पड़ोसियों को बताया कि कम निवेश में वह कुछ समय के भीतर ही अपनी रकम को दोगुना कर सकते हैं. इस स्कीम में उन्हें आकर्षक मुनाफे का झांसा देकर दंपति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी को अपने जाल में फसाया. दंपत्ति ने पुलिसकर्मियों की पत्नी से धीरे धीरे करोड़ों रुपए जमा करवा लिए.


रुपये वापस मांगने पर हुए फरार
समय अवधि पूरी होने पर जब पड़ोसियों ने अपने रुपए वापस मांगे तो उन्होंने इसके लिए स्कीम में और रुपये डालने को कहा. उन्होंने पहले तो पड़ोसियों को टाला और कुछ समय बाद दंपत्ति घर छोड़ कर फरार हो गए. मामला करोड़ों रुपये का होने के चलते इसकी शिकायत पीड़ित पुलिसकर्मियों के परिवार ने आर्थिक अपराध शाखा से की. मामला पुलिस से जुड़ा होने के चलते इस बाबत बीते अक्टूबर माह में आर्थिक अपराध शाखा ने एफआईआर दर्ज की और घटना के बाद से फरार चल रहे दंपति की तलाश में छापेमारी शुरू की.



पुलिस के दबाव में महिला ने किया सरेंडर
दंपति की तलाश कर रही पुलिस टीम ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आरोपी सिपाही सुंदर राजन को गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन उसकी पत्नी जयलक्ष्मी लगातार छुप रही थी. पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही थी. इसलिए दबाव के चलते आखिरकार जयलक्ष्मी ने गुरुवार को अदालत के समक्ष सरेंडर कर दिया. वहां से पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस उनके बैंक खाते एवं संपत्ति की जानकारी एकत्रित कर रही है ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने कितने पैसे ठगे हैं.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.