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बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलवाने के नाम पर करते थे ठगी, पुलिस ने दो लोगों को किया गिरफ्तार

बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों के टारगेट पर बेरोजगार या नौकरी के इच्छुक लोग होते थे, जिनका डेटा वे इंटरनेट से प्राप्त करते थे.

कंपनियों मे नौकरी दिलवाने के नाम पर करते थे ठगी
कंपनियों मे नौकरी दिलवाने के नाम पर करते थे ठगी
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Sep 10, 2023, 8:27 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में कोतवाली फेज-वन की पुलिस ने एनसीआर की बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग इंटरनेट से बेरोजगार लोगों का डेटा लेकर कॉल करते थे और उन्हें झांसा देकर ठगी करते थे. आरोपियों के पास से पुलिस ने तीन स्मार्ट फोन, 10 की-पैड फोन, 16 वर्क कॉलिंग डेटा व एक लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किया है.

पुलिस ने आरोपियों की पहचान औरंगाबाद बिहार के सतीश राज और अमित कुमार के रूप में की है, जो वर्तमान में हरौला गांव में किराए पर रहते हैं. डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि ये लोग नौकरी के इच्छुक व्यक्तियों को कॉल करते थे. लोगों का कॉलिंग डेटा ये नेट से प्राप्त करते थे. इसके बाद जब व्यक्ति पूरी तरह से तैयार हो जाता था तो उससे शुरुआती प्रोसेस शुल्क के नाम पर 1,800 रुपये से लेकर 2,100 रुपये तक अपनी फर्जी यूपीआई/बैंक खाता पर ट्रांसफर करा लेते थे. आरोपी रोजाना सैकड़ों कॉल करते थे.

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने अब तक कितने लोगों के साथ ठगी की है और इनके आपराधिक इतिहास के संबंध में जानकारी निकाली जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि इनके गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं. वहीं साइबर सेल आरोपियों के अकाउंट सहित अन्य जानकारियां निकाल रही है.

14 लाख की ठगी: दूसरी तरफ नोएडा के दो अलग-अलग थानों में साइबर क्राइम के मामले सामने आए हैं. पहला मामला साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 में दर्ज हुआ, जिसमें घर बैठे लाखों रुपए कमाने का झांसा देकर जलसाजों ने युवक से 14 लाख रुपए की ठगी की. पुलिस को दी गई शिकायत में शिव कुमार शर्मा ने बताया कि उसके पास कुछ दिन पहले एक व्हाट्सऐप पर मैसेज आया, जिसमें घर बैठे पार्ट टाइम काम करने से लाखों रुपये कमाने की बात कही गई.

पीड़ित ने बताया कि उसने मैसेज में दिए गए नंबर पर नव्या नाम की युवती से बात की, जिसने खुद को कंपनी की एसिस्टेंट एचआर बताया. उसने बताया कि होटल और रेस्टोंरेंट के ऑनलाइन पेज पर अच्छी रेटिंग और रिव्यू देनी होगी. इस दौरान युवती ने उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया. इसके बाद पीड़ित से कई टास्क पूरे करवाए गए, जिससे उसे पैसे मिले. फिर जालसाजों ने उसे एक अन्य टास्क दिया, जिसमें पीड़ित ने पैसे लगाए और शुरुआत में मुनाफा भी कमाया.

जब पीड़ित ने कुल टास्क के नाम पर 14 लाख रुपये लगा दिए तो जालसाजों ने उसका अकाउंट बंद कर दिया और दोबारा अकाउंट खोलने के लिए और रुपये की मांगने लगे. जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया गया. साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 की थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि मामले में दी गई शिकायत दर्ज कर ली गई है. पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है.

युवती से एक लाख 40 हजार रुपए की ठगी: दूसरे मामले में साइबर अपराधियों ने नगली-वाजिदपुर गांव में रहने वाली एक युवती को दोस्ती के झांसे में फंसाकर उससे एक लाख 40 हजार रुपये की ठगी की. इसके बाद युवती ने एक्सप्रेस वे थाने में शिकायत दी. पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता कविता चौहान ने बताया कि उसके पास कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर नीदरलैंड की रहने वाली एक महिला का रिक्वेस्ट आया, जिसको उसने स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों में काफी बातें होने लगी और उनकी गहरी दोस्ती हो गई. इसके बाद महिला ने युवती को बताया कि वह घूमने के लिए भारत आना चाह रही है, जिसके बाद युवती उसे घूमाने के लिए राजी हो गई.

यह भी पढ़ें-ग्रेटर नोएडा में दो चोरों व गांजा तस्कर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, एक किलो से अधिक गांजा बरामद

फिर एक दिन महिला ने कॉस कर युवती को बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उसे पकड़ लिया है. जालसाज ने कहा कि वह अपने साथ उसके लिए कुछ गिफ्ट और विदेशी मुद्रा लिए हुए है और उसे कस्टम विभाग से छुड़ाए. उसने युवती से यह भी कहा कि वापस आकर वह पैसे चुका देगी. इस दौरान आरोपियों ने युवती से कस्टम ड्यूटी, जीएसटी के साथ कई प्रकार के शुल्क अदा करने का झांसा देकर एक लाख 40 हजार रुपये ऐंठ लिए. जब उसकी मांग बढ़ने लगी तो उसे ठगी का एहसास हुआ. थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में शिकायत दर्ज कर जांच की जा रही है.

यह भी पढ़ें-नोएडा पुलिस ने CCTV कैमरों की बैटरी चोरी करने वाले गैंग का किया खुलासा, 4 आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में कोतवाली फेज-वन की पुलिस ने एनसीआर की बड़ी कंपनियों में नौकरी लगवाने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग इंटरनेट से बेरोजगार लोगों का डेटा लेकर कॉल करते थे और उन्हें झांसा देकर ठगी करते थे. आरोपियों के पास से पुलिस ने तीन स्मार्ट फोन, 10 की-पैड फोन, 16 वर्क कॉलिंग डेटा व एक लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किया है.

पुलिस ने आरोपियों की पहचान औरंगाबाद बिहार के सतीश राज और अमित कुमार के रूप में की है, जो वर्तमान में हरौला गांव में किराए पर रहते हैं. डीसीपी नोएडा हरीश चंदर ने बताया कि ये लोग नौकरी के इच्छुक व्यक्तियों को कॉल करते थे. लोगों का कॉलिंग डेटा ये नेट से प्राप्त करते थे. इसके बाद जब व्यक्ति पूरी तरह से तैयार हो जाता था तो उससे शुरुआती प्रोसेस शुल्क के नाम पर 1,800 रुपये से लेकर 2,100 रुपये तक अपनी फर्जी यूपीआई/बैंक खाता पर ट्रांसफर करा लेते थे. आरोपी रोजाना सैकड़ों कॉल करते थे.

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने अब तक कितने लोगों के साथ ठगी की है और इनके आपराधिक इतिहास के संबंध में जानकारी निकाली जा रही है. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की जा रही है कि इनके गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं. वहीं साइबर सेल आरोपियों के अकाउंट सहित अन्य जानकारियां निकाल रही है.

14 लाख की ठगी: दूसरी तरफ नोएडा के दो अलग-अलग थानों में साइबर क्राइम के मामले सामने आए हैं. पहला मामला साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 में दर्ज हुआ, जिसमें घर बैठे लाखों रुपए कमाने का झांसा देकर जलसाजों ने युवक से 14 लाख रुपए की ठगी की. पुलिस को दी गई शिकायत में शिव कुमार शर्मा ने बताया कि उसके पास कुछ दिन पहले एक व्हाट्सऐप पर मैसेज आया, जिसमें घर बैठे पार्ट टाइम काम करने से लाखों रुपये कमाने की बात कही गई.

पीड़ित ने बताया कि उसने मैसेज में दिए गए नंबर पर नव्या नाम की युवती से बात की, जिसने खुद को कंपनी की एसिस्टेंट एचआर बताया. उसने बताया कि होटल और रेस्टोंरेंट के ऑनलाइन पेज पर अच्छी रेटिंग और रिव्यू देनी होगी. इस दौरान युवती ने उसे एक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया. इसके बाद पीड़ित से कई टास्क पूरे करवाए गए, जिससे उसे पैसे मिले. फिर जालसाजों ने उसे एक अन्य टास्क दिया, जिसमें पीड़ित ने पैसे लगाए और शुरुआत में मुनाफा भी कमाया.

जब पीड़ित ने कुल टास्क के नाम पर 14 लाख रुपये लगा दिए तो जालसाजों ने उसका अकाउंट बंद कर दिया और दोबारा अकाउंट खोलने के लिए और रुपये की मांगने लगे. जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसे टेलीग्राम ग्रुप से बाहर कर दिया गया. साइबर क्राइम थाना सेक्टर 36 की थाना प्रभारी रीता यादव ने बताया कि मामले में दी गई शिकायत दर्ज कर ली गई है. पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है.

युवती से एक लाख 40 हजार रुपए की ठगी: दूसरे मामले में साइबर अपराधियों ने नगली-वाजिदपुर गांव में रहने वाली एक युवती को दोस्ती के झांसे में फंसाकर उससे एक लाख 40 हजार रुपये की ठगी की. इसके बाद युवती ने एक्सप्रेस वे थाने में शिकायत दी. पुलिस को दी गई शिकायत में पीड़िता कविता चौहान ने बताया कि उसके पास कुछ दिन पहले इंस्टाग्राम पर नीदरलैंड की रहने वाली एक महिला का रिक्वेस्ट आया, जिसको उसने स्वीकार कर लिया. इसके बाद दोनों में काफी बातें होने लगी और उनकी गहरी दोस्ती हो गई. इसके बाद महिला ने युवती को बताया कि वह घूमने के लिए भारत आना चाह रही है, जिसके बाद युवती उसे घूमाने के लिए राजी हो गई.

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फिर एक दिन महिला ने कॉस कर युवती को बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने उसे पकड़ लिया है. जालसाज ने कहा कि वह अपने साथ उसके लिए कुछ गिफ्ट और विदेशी मुद्रा लिए हुए है और उसे कस्टम विभाग से छुड़ाए. उसने युवती से यह भी कहा कि वापस आकर वह पैसे चुका देगी. इस दौरान आरोपियों ने युवती से कस्टम ड्यूटी, जीएसटी के साथ कई प्रकार के शुल्क अदा करने का झांसा देकर एक लाख 40 हजार रुपये ऐंठ लिए. जब उसकी मांग बढ़ने लगी तो उसे ठगी का एहसास हुआ. थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में शिकायत दर्ज कर जांच की जा रही है.

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