ETV Bharat / state

Pitru Paksha 2022: कालिंदीकुंज यमुना घाट पर पितृपक्ष के पहले दिन नहीं पहुंचे लोग, जानें वजह - पितृ पक्ष 2022

पितृपक्ष शनिवार से शुरू हो गया. इसके साथ ही पितरों के लिए श्राद्ध कर्म की शुरुआत भी हो गई लेकिन जब ईटीवी भारत की टीम इससे जुड़ी गतिविधियों का जायजा लेने दिल्ली के यमुना किनारे कालिंदी कुंज घाट पहुंची तो वहां सन्नाटा दिखा. जानें क्या है वजह

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Sep 10, 2022, 4:29 PM IST

Updated : Sep 10, 2022, 9:03 PM IST

नई दिल्ली : पितृपक्ष की शुरुआत हो गई है और पितृपक्ष के दौरान लोग नदी और तालाबों के किनारे पहुंचते हैं और अपने पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करते हैं. आज से शुरू पितृपक्ष (first day of Pitru Paksha) के दौरान लोगों की धार्मिक गतिविधियों का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के यमुना किनारे कालिंदी कुंज घाट (Kalindikunj Yamuna Ghat in Delhi) पहुंची.

प्रशासन की ओर से की गई है बैरिकेडिंग : पितृपक्ष के पहले दिन श्राद्ध कर्म के लिए दिल्ली की यमुना किनारे कालिंदी कुंज घाट पर लोग नजर नहीं आए. इस घाट पर प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग की गई है ताकि यमुना के तरफ कोई न जा पाए. दरअसल दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ( Delhi Pollution Control Committee) यानी डीपीसीसी की गाइडलाइन के अनुसार, यमुना नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक है. इसी का हवाला देकर यहां पर बैरिकेडिंग की गई है और इसका उल्लंघन करने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा. इस संबंध में पोस्टर लगाया गया है. इस दौरान यमुना में पानी न के बराबर नजर आया और जो पानी था वह भी गंदा था. जैसे-जैसे बारिश का मौसम खत्म हो रहा है वैसे-वैसे दिल्ली में यमुना बदहाल स्थिति में फिर से नजर आने लगी है. यमुना में पानी नहीं के बराबर दिख रहा है.

कालिंदीकुंज यमुना घाट पर पितृपक्ष

ये भी पढ़ें :- पितृपक्ष के पहले दिन गया की फल्गु नदी के तट पर पिंडदान जारी, जानें विधि-विधान और महत्व

यमुना की बदहाल स्थिति हो सकती है वजह : बता दें कि पितृपक्ष के दौरान लोग श्राद्ध कर्म के लिए नदी और तालाबों के किनारे जाते हैं और श्राद्ध कर्म करते हैं. दिल्ली में यमुना किनारे भी लोग पहुंचते हैं लेकिन पितृपक्ष के पहले दिन यमुना किनारे पहुंचा कोई नजर नहीं आया. इसके पीछे का कारण प्रशासन की ओर से लगाई गई रोक और यमुना की बदहाल स्थिति हो सकती है. आज पितृ पक्ष का पहला दिन है अभी अगले 15 दिन तक पितृपक्ष है तो यह देखने वाली बात होगी कि लोग श्राद्ध कर्म के लिए यमुना किनारे पहुंचते हैं या नहीं.

ये भी पढ़ें :- मोक्ष नगरी है बिहार का गया, एक अनोखे स्कूल में 45 सालों से मिल रही कर्मकांड की शिक्षा

नई दिल्ली : पितृपक्ष की शुरुआत हो गई है और पितृपक्ष के दौरान लोग नदी और तालाबों के किनारे पहुंचते हैं और अपने पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करते हैं. आज से शुरू पितृपक्ष (first day of Pitru Paksha) के दौरान लोगों की धार्मिक गतिविधियों का जायजा लेने के लिए ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के यमुना किनारे कालिंदी कुंज घाट (Kalindikunj Yamuna Ghat in Delhi) पहुंची.

प्रशासन की ओर से की गई है बैरिकेडिंग : पितृपक्ष के पहले दिन श्राद्ध कर्म के लिए दिल्ली की यमुना किनारे कालिंदी कुंज घाट पर लोग नजर नहीं आए. इस घाट पर प्रशासन की ओर से बैरिकेडिंग की गई है ताकि यमुना के तरफ कोई न जा पाए. दरअसल दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ( Delhi Pollution Control Committee) यानी डीपीसीसी की गाइडलाइन के अनुसार, यमुना नदी में मूर्ति विसर्जन पर रोक है. इसी का हवाला देकर यहां पर बैरिकेडिंग की गई है और इसका उल्लंघन करने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगेगा. इस संबंध में पोस्टर लगाया गया है. इस दौरान यमुना में पानी न के बराबर नजर आया और जो पानी था वह भी गंदा था. जैसे-जैसे बारिश का मौसम खत्म हो रहा है वैसे-वैसे दिल्ली में यमुना बदहाल स्थिति में फिर से नजर आने लगी है. यमुना में पानी नहीं के बराबर दिख रहा है.

कालिंदीकुंज यमुना घाट पर पितृपक्ष

ये भी पढ़ें :- पितृपक्ष के पहले दिन गया की फल्गु नदी के तट पर पिंडदान जारी, जानें विधि-विधान और महत्व

यमुना की बदहाल स्थिति हो सकती है वजह : बता दें कि पितृपक्ष के दौरान लोग श्राद्ध कर्म के लिए नदी और तालाबों के किनारे जाते हैं और श्राद्ध कर्म करते हैं. दिल्ली में यमुना किनारे भी लोग पहुंचते हैं लेकिन पितृपक्ष के पहले दिन यमुना किनारे पहुंचा कोई नजर नहीं आया. इसके पीछे का कारण प्रशासन की ओर से लगाई गई रोक और यमुना की बदहाल स्थिति हो सकती है. आज पितृ पक्ष का पहला दिन है अभी अगले 15 दिन तक पितृपक्ष है तो यह देखने वाली बात होगी कि लोग श्राद्ध कर्म के लिए यमुना किनारे पहुंचते हैं या नहीं.

ये भी पढ़ें :- मोक्ष नगरी है बिहार का गया, एक अनोखे स्कूल में 45 सालों से मिल रही कर्मकांड की शिक्षा

Last Updated : Sep 10, 2022, 9:03 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.