नई दिल्ली/नोएडाः प्राइवेट प्रैक्टिस करने पर UP सरकार ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में मंगलवार को गौतमबुद्ध नगर के डॉक्टर को बर्खास्त कर दिया है. दनकौर में तैनात एक SMO पर प्राइवेट अस्पतालों और अन्य जगहों पर प्रैक्टिस करने का आरोप था. जिसकी जानकारी डिप्टी सीएम बृजेश पाठक को हुई तो उन्होंने जांच कराकर बर्खास्त कर दिया. हालांकि, इस संबंध में जानकारी के लिए जब नोएडा के सीएमओ डॉक्टर सुनील शर्मा को कॉल किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया. इस कार्रवाई के बाद से पूरे स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
2015 में मिली थी शिकायतः बताया जा रहा है कि बर्खास्त SMO डॉ विजय प्रताप के खिलाफ 2015 में शिकायत मिली थी. वह सरकारी सेवा में कार्यरत होने के बाद भी कई प्राइवेट अस्पतालों में प्रैक्टिस कर रहे थे. विभाग से नॉन प्रैक्टिसिंग एलाउन्स (एनपीए) भी इन सालों में ले रहे थे. ऐसे में डॉ. विजय के खिलाफ विभागीय जांच कराई गई. जांच में दोषी पाये जाने पर बर्खास्त किया गया है.
बाराबंकी के डॉक्टर भी बर्खास्तः स्वास्थ विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, गौतम्बुद्धनगर में वरिष्ठ चिकित्साधिकारी और बाराबंकी में तैनात चिकित्साधिकारी के प्राइवेट प्रैक्टिस में संलिप्त होने के दृष्टिगत डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दोनों चिकित्साधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया है. उनका कहना है कि सरकारी कार्यों में संवेदनहीनता व आम जनमानस के स्वास्थ्य को व्यापार समझने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा.