नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के लिए 52 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया था. स्क्रूटनी के बाद 27 उम्मीदवारों का नॉमिनेशन स्वीकार किया गया जबकि अलग अलग कारणों की वजह से 25 उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया.
पूर्वी दिल्ली जिलाधिकारी कार्यालय में नामांकन रद्द होने के बाद कुछ उम्मीदवारों ने चुनाव अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाया और निर्वाचन आयोग के खिलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की.
विरोध कर रहे प्रत्याशियों ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि चुनाव अधिकारी ने उनके नामांकन पत्र में सुधार का मौका नहीं दिया, और उनका नामांकन तुरंत रद्द कर दिया गया. जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गौतम गंभीर के नामांकन पर सवाल उठने के बाद उन्हें सुनवाई का पूरा मौका दिया गया.
हालांकि पूर्वी दिल्ली लोकसभा के रिटर्निंग ऑफिसर के महेश ने कहा कि भेदभाव का आरोप बेबुनियाद है. स्क्रूटनी की प्रक्रिया नियम के तहत सीसीटीवी कैमरे के सामने हुआ है. किसी की उम्मीदवार के साथ भेदभाव नहीं किया गया.