नई दिल्लीः पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने कूड़ा निस्तारण को बेहतर करने के उद्देश्य से कूड़ा निस्तारण का काम प्राइवेट कंपनी मेट्रो को दिया है. कंपनी की यह जिम्मेदारी है कि वह घरों से कूड़ा उठाकर डंपिंग यार्ड तक पहुंचाए. नगर निगम की इस महत्वाकांक्षी योजना को अभी 21 वार्डों में शुरू किया गया. कृष्णा नगर वार्ड में सबसे पहले कंपनी ने काम की शुरुआत की है. ईटीवी भारत की टीम ने जब कृष्णा नगर वार्ड का कंपनी के काम का जायजा लिया तो निगम के दावे महज कागजों पर दिखाई दिए.
ईटीवी भारत की टीम जब कृष्णा नगर वार्ड अंतर्गत लाल क्वार्टर के इंद्रा कॉलोनी पहुंची तो इंदिरा कॉलोनी में बने ढलाव घर में कूड़े का ढेर लगा हुआ था. कूड़ा ढलाव घर में कम सड़क पर ज़्यादा फैला हुआ था. ढलाव घर में तमाम तरह के कूड़े के साथ मरे हुए जानवर भी फेंके गए थे. हैरान करने वाली बात यह है कि जिस जगह पर ढलाव घर बना हुआ है उसके एक तरफ मंदिर और दूसरी तरफ स्कूल है. ढलाव घर के चारों तरफ रिहायसी मकान हैं.
गंदगी बनी बीमारी का घर
स्थानीय लोगों का कहना है कि वह लोग काफी लंबे समय से ढलाव घर से परेशान हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. कई इलाके का कूड़ा इसी ढलाव घर में फेंका जाता है. कूड़ा सड़क तक फैला रहता है, जिससे आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार सड़क पर कूड़े की वजह से हादसा तक हो चुका है. लोगों का हाथ-पैर तक टूट गया है. कूड़े से निकलने वाली बदबू से वह लोग परेशान रहते हैं, उनके बच्चे जब स्कूल जाते हैं तो वहां भी वह दुर्गंध से परेशान रहते हैं. कूड़े की वजह से आसपास मच्छरों का भी प्रकोप रहता है. ढलाव घर से कूड़ा उठाने की सही व्यवस्था नहीं की गई है. लोगों का कहना है कि वह लोग कई बार शिकायत की लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.