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उम्र 60 की और जोश 25 वाला... मिलिए महिपाल सिंह से जो 60 की उम्र में भी देश के लिए लाना चाहते हैं 'गोल्ड'

गाजियाबाद के महिपाल सिंह इन दिनों अपने क्षेत्र के लोगों के लिए प्रेरणा बन चुके हैं. और हों भी क्यों न, 60 की उम्र में भी उनका जोश 25 साल के युवाओं वाला है. तभी तो वे नेशनल मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं और अब उनकी नजर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतने पर है.

गाजियाबाद के एथलीट महिपाल सिंह
गाजियाबाद के एथलीट महिपाल सिंह
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Published : Jun 23, 2023, 2:34 PM IST

Updated : Jun 23, 2023, 4:16 PM IST

गाजियाबाद के महिपाल सिंह.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहते हैं कुछ करने का हौसला हो तो उम्र आड़े नहीं आती. गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन इलाके के रहने वाले महिपाल सिंह भी यही साबित करते हुए नजर आते हैं. उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है. जहां एक तरफ 60 साल की उम्र का पड़ाव करने के बाद लोग अधिकतर समय घर में बिताना पसंद करते हैं, वहीं दूसरी तरफ महिपाल सिंह हर दिन अधिकतर समय पसीना बहाते हुए बिताते हैं.

दरअसल महिपाल सिंह नेवी से रिटायर्ड कर्मचारी हैं. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया. कई सालों तक बिजनेस करने के बाद जब उनकी उम्र 60 साल के करीब पहुंची तो उनके बड़े बेटे ने कहा कि अब आप घर में आराम कीजिए और जिम्मेदारियों से मुक्त होकर सुकून की जिंदगी बिताइए. इसके बाद उन्होंने वॉक करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उनकी रुचि दौड़ में भी बढ़ने लगी. फिर एक दिन उन्हें पता चला कि जिले में कई ऐसी प्रतियोगिताएं होती हैं, जिसमें सीनियर सिटीजन भाग ले सकते हैं. बस फिर क्या था, उन्होंने डिस्ट्रिक्ट मार्टर्स एथलीट चैंपियनशीप में भाग लिया और पहले 1500 मीटर, फिर 5000 मीटर और उसके बाद 10000 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया.

पहली जीत हासिल करने के बाद महिपाल सिंह का हौसला बढ़ता गया, जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया. वहां उन्हें 7वीं रैंक प्राप्त हुई. वह प्रदेश स्तर पर भी कई प्रतियोगिताओं में महिपाल सिंह भाग ले चुके हैं, जिसमें से अधिकतर प्रतियोगिताओं में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसके अलावा वे कोलकाता में आयोजित 43वें नेशनल मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप में दस हजार मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

इतना ही नहीं, महिपाल सिंह हाल ही में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित आठवीं एसबीकेएफ राष्ट्रीय गेम्स में भी 1500 मीटर, 5000 मीटर और 10000 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं. वे अपने क्षेत्र के लोगों को भी दौड़ के लिए प्रोत्साहित करते हैं. इसके चलते अब हर दिन उनके साथ हर सुबह दर्जनभर लोग मोरटी स्तिथ क्रिकेट ग्राउंड में दौड़ लगाते हैं. महिपाल सिंह इस उम्र में भी करीब 15 से 20 किलोमीटर प्रतिदिन दौड़ते हैं.

खास बात यह है कि एक तरफ जहां लोगों को 60 साल की उम्र का पड़ाव पार करने के बाद कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी तरफ महिपाल सिंह पूरी तरह से स्वस्थ है. हाल ही में उनके बड़े बेटे ने उनके रूटीन चेकअप करवाए थे, जिसमें उनकी सभी रिपोर्ट नॉर्मल आई. वे सुबह दौड़ लगाने के साथ शाम को 2 घंटे स्ट्रेचिंग भी करते हैं. अब तो उनकी पत्नी भी उनके साथ हर दिन ग्राउंड में दौड़ लगाने लगी हैं. महिपाल सिंह सुबह 5:00 बजे से करीब 8:30 बजे तक दौड़ लगाते हैं. अब उनका ख्वाब देश के लिए गोल्ड मेडल हासिल करना है. आने वाले महीनों में वह महिपाल सिंह कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले हैं.

यह भी पढ़ें-विशाखापत्तनम की 46 वर्षीय माधुरी ने अफ्रीका में पूरी की 88.47 किमी मैराथन

गाजियाबाद के महिपाल सिंह.

नई दिल्ली/गाजियाबाद: कहते हैं कुछ करने का हौसला हो तो उम्र आड़े नहीं आती. गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन इलाके के रहने वाले महिपाल सिंह भी यही साबित करते हुए नजर आते हैं. उनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है. जहां एक तरफ 60 साल की उम्र का पड़ाव करने के बाद लोग अधिकतर समय घर में बिताना पसंद करते हैं, वहीं दूसरी तरफ महिपाल सिंह हर दिन अधिकतर समय पसीना बहाते हुए बिताते हैं.

दरअसल महिपाल सिंह नेवी से रिटायर्ड कर्मचारी हैं. रिटायरमेंट के बाद उन्होंने खुद का बिजनेस शुरू किया. कई सालों तक बिजनेस करने के बाद जब उनकी उम्र 60 साल के करीब पहुंची तो उनके बड़े बेटे ने कहा कि अब आप घर में आराम कीजिए और जिम्मेदारियों से मुक्त होकर सुकून की जिंदगी बिताइए. इसके बाद उन्होंने वॉक करना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उनकी रुचि दौड़ में भी बढ़ने लगी. फिर एक दिन उन्हें पता चला कि जिले में कई ऐसी प्रतियोगिताएं होती हैं, जिसमें सीनियर सिटीजन भाग ले सकते हैं. बस फिर क्या था, उन्होंने डिस्ट्रिक्ट मार्टर्स एथलीट चैंपियनशीप में भाग लिया और पहले 1500 मीटर, फिर 5000 मीटर और उसके बाद 10000 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल किया.

पहली जीत हासिल करने के बाद महिपाल सिंह का हौसला बढ़ता गया, जिसके बाद उन्होंने चेन्नई में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लिया. वहां उन्हें 7वीं रैंक प्राप्त हुई. वह प्रदेश स्तर पर भी कई प्रतियोगिताओं में महिपाल सिंह भाग ले चुके हैं, जिसमें से अधिकतर प्रतियोगिताओं में उन्होंने गोल्ड मेडल हासिल किया है. इसके अलावा वे कोलकाता में आयोजित 43वें नेशनल मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप में दस हजार मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं.

इतना ही नहीं, महिपाल सिंह हाल ही में दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित आठवीं एसबीकेएफ राष्ट्रीय गेम्स में भी 1500 मीटर, 5000 मीटर और 10000 मीटर की दौड़ में गोल्ड मेडल हासिल कर चुके हैं. वे अपने क्षेत्र के लोगों को भी दौड़ के लिए प्रोत्साहित करते हैं. इसके चलते अब हर दिन उनके साथ हर सुबह दर्जनभर लोग मोरटी स्तिथ क्रिकेट ग्राउंड में दौड़ लगाते हैं. महिपाल सिंह इस उम्र में भी करीब 15 से 20 किलोमीटर प्रतिदिन दौड़ते हैं.

खास बात यह है कि एक तरफ जहां लोगों को 60 साल की उम्र का पड़ाव पार करने के बाद कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी तरफ महिपाल सिंह पूरी तरह से स्वस्थ है. हाल ही में उनके बड़े बेटे ने उनके रूटीन चेकअप करवाए थे, जिसमें उनकी सभी रिपोर्ट नॉर्मल आई. वे सुबह दौड़ लगाने के साथ शाम को 2 घंटे स्ट्रेचिंग भी करते हैं. अब तो उनकी पत्नी भी उनके साथ हर दिन ग्राउंड में दौड़ लगाने लगी हैं. महिपाल सिंह सुबह 5:00 बजे से करीब 8:30 बजे तक दौड़ लगाते हैं. अब उनका ख्वाब देश के लिए गोल्ड मेडल हासिल करना है. आने वाले महीनों में वह महिपाल सिंह कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले हैं.

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Last Updated : Jun 23, 2023, 4:16 PM IST
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