नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम ( एमसीडी ) राजधानी में पेड़ों की गिनती कराएगा, इसके साथ ही पेड़ों को यूनिक नंबर भी दिया जाएगा, जिसके लिए AI टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया जाएगा. इस संबंध में दिल्ली के मेयर शैली ओबेरॉय ने निगम अधिकारियों को आदेश दिया है. इसका मकसद पेड़ों की कटाई को नियंत्रित करना है.
मेयर शैली ओबेरॉय के मुताबिक दिल्ली में हरियाली को बढ़ावा देने और पेड़ों की वास्तविक संख्या जानने के लिए पेड़ों का गणना करने का निर्णय लिया गया है. इससे पेड़ों की वास्तविक संख्या का पता चलेगा और उसकी देखरेख कटाई छटाई में मदद मिलेगी. जिन इलाकों में पेड़ की कमी है उसकी भी पहचान इससे हो पाएगी.
मेयर के मुताबिक वार्ड स्तर पर पेड़ों की गिनती होगी और प्रत्येक पेड़ों को यूनिक आइडेंटिटी नंबर दिया जाएगा. पेड़ों की गणना दो चरणों में की जाएगी. पहले चरण में पेड़ों की गणना मैन्युअल रूप से की जाएगी, वहीं दूसरे चरण में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से पेड़ों की लोकेशन और जिओ टैगिंग की जाएगी, यह पहली बार होगा जब AI तकनीक का उपयोग करके पेड़ों की टैगिंग की जाएगी.
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मेयर ने इस पूरे कार्य को 15 दिनों के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया है. मेयर का कहना है कि दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में हरियाली को बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. निगम अधिकारियों के मुताबिक ग्रीन दिल्ली एक्शन प्लान 2023-24 के तहत दिल्ली नगर निगम के उद्यान विभाग द्वारा 84,143 पेड़ और 2,36,092 झाड़ीदार पौधे लगाए गए हैं. इसके अलावा मियांवाकी तकनीक का इस्तेमाल कर 8 मिनी फॉरेस्ट भी डेवलप किए गए हैं. पांच और वन विकसित करने का प्रयास दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में किया जा रहा है.
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