नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम के मेयर शैली ओबरॉय के सभी ग्रेड के कर्मचारियों को एक साथ सैलरी देने के दावे को निगम के सफाई कर्मचारियों ने खोकला बताया है. एमसीडी स्वच्छता कर्मचारी यूनियन के नेता आरबी ऊंटवाल ने बताया कि मेयर का दावा झूठा है. एमसीडी में कार्यरत किसी भी जोन के सफाई कर्मचारियों को आज वेतन नहीं मिला है. जबकि शैली ओबरॉय ने दावा किया है कि सभी कर्मचारियों को वेतन दे दिया गया है.
यूनियन नेताओं ने कहा कि मेयर की तरफ से बीते माह भी समय पर वेतन देने का दावा किया गया था, लेकिन सच्चाई यह है कि वेतन 15 से 20 दिनों की देरी के बाद मिला था. वही स्थिति इस माह भी है.
यह है मामला: शैली ओबरॉय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया था कि 2010 के बाद पहली बार निगम के सभी कर्मचारियों को एक साथ 1 तारीख को वेतन मिला है. निगम कि इस उपलब्धि पर उन्होंने मुख्यमंत्री केजरीवाल के कार्यों की सराहना करते कहा था कि 13 साल से भारतीय जनता पार्टी यह काम करने में नाकामयाब रही, लेकिन आम आदमी पार्टी की ईमानदार सरकार ने यह 5 महीने में कर के दिखाया. गौरतलब है कि 15 साल की सत्ता के बाद दिल्ली नगर निगम में पहली बार आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है.
सचदेवा ने केजरीवाल पर किया था पलटवारः इससे पहले दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल के ट्वीट पर आम आदमी पार्टी को घेरा था. उन्होंने कहा कि 9 साल से निगम कर्मचारियों को वेतन समय पर इसलिए नहीं मिलता था क्योंकि केजरीवाल ने एमसीडी के फंड को रोक कर रखा था.
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