नई दिल्ली: दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके स्थित निगम बोध घाट पर वीआईपी सुविधा के नाम पर मृतकों के परिजनों से लाखों रुपये लेकर दाह संस्कार किए जाने का मामला सामने आया है. इसका तब खुलासा हुआ, जब मेयर शैली ओबेरॉय, निगम बोध घाट का निरीक्षण करने के लिए पहुंचीं. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने मेयर को शिकायत में बताया कि निगम बोध घाट के कर्मचारी, वीआईपी सुविधा के नाम पर लाखों रुपये ऐंठ रहे हैं. मृतकों के नाम का शिलापट्ट लगाने के लिए पांच लाख रुपये तक वसूले जा रहे हैं. वहीं शमशान घाट के संचालन में भी गड़बड़ियां मिली हैं, जिसके बाद उन्होंने अधिकारियों को जांच के आदेश दिए हैं.
दरअसल मेयर शैली ओबेरॉय को निगमबोध घाट के निरीक्षण के दौरान शमशान घाट के संचालन में कई अनियमिताएं मिली. लोगों ने उन्हें बताया कि वीआईपी दाह संस्कार और सजावट के नाम पर मृतकों के परिजनों से लाखों रुपये वसूले जा रहे हैं. इसे लेकर निगम और संचालकों के बीच समझौते में ऐसी कोई बात नहीं कही गई है.
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लोगों ने यह भी बताया कि घाट पर शिलापट्ट लगाया जा रहा है, जबकि निगम की तरफ से इसकी अनुमति ही नहीं दी गई है. निरीक्षण के बाद मेयर ने संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ निगम मुख्यालय मैं बैठक की, जिसमें उन्होंने शमशान घाट संचालकों और निगम के बीच हुए समझौते की जानकारी ली. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया की शमशान का संचालन समझौते के तहत हो और किसी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इसके अलावा आरोपी की जांच कर जल्द रिपोर्ट दी जाए. वहीं निरीक्षण के बाद मेयर ने कहा कि निगम अधिकारियों को लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है.