नई दिल्लीः दिल्ली नगर निगम की कार्यप्रणाली पहले भी भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरे में रही है, लेकिन दिलशाद गार्डन सी ब्लॉक में तो पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने हद ही कर दी है. यहां हुए सड़क निर्माण में लापरवाही पर पहले निगम अधिकारियों ने झूठ बोला, उसके बाद पार्षद ने गलती भी मानी, लेकिन अभी तक नहीं हुई कार्रवाई, इसकी वजह से सड़क की स्थिति अब बाद से बदतर होने लगी है.
टूटने लगे सीवर के मेनहोल
सीवर के मेन हॉल की ये तस्वीरें दिलशाद गार्डन सी ब्लॉक 50-69 की हैं. यहां 15 साल के बाद करीब तीन महीने पहले ही सड़क का निर्माण हुआ था और उसके भी करीब एक से डेढ़ महीने बाद सीवर के मेन हॉल की मरम्मत की गई थी. लेकिन डेढ़ महीने बाद ही इसकी हालात क्या हो गई है, ये साफ देखा जा सकता है. इसकी हालात को देखकर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं कि आने वाले कुछ दिनों में यह पूरी तरह से टूट जाएगा और दुर्घटना का सबब बनेगा.
![manhole of sewer broken in dilshad garden](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/dl-sh-01-cblocksiwarproblem-vis-dlc10034_28112020164753_2811f_1606562273_463.jpg)
'एलजी से शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई'
स्थानीय आरडब्ल्यूए का कहना है कि निर्माण के दो महीने के भीतर ही सड़क के उखड़ने को लेकर उन्होंने अक्टूबर में पीजीएमस पर इसकी शिकायत की थी. लेकिन निगम अधिकारियों ने शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय बिना किसी जांच के लिए निर्माण को क्लीन चिट दे दिया था. इसके खिलाफ आरडब्ल्यूए ने उप राज्यपाल को शिकायत भी की थी, लेकिन एक महीने से भी ज्यादा का समय गुजर जाने के बाद भी इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई. बता दें कि आरडब्ल्यूए की शिकायत पर स्थानीय निगम पार्षद वीर सिंह पंवार ने निर्माण में निगम की लापरवाही स्वीकार भी किया था और तत्काल उसके मरममत की बात भी कही थी. लेकिन निगम पार्षद के वादे को भी एक महीने से ज्यादा का समय गुजर गया, लेकिन उनका वादा पूरा नहीं हुआ.