नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली की मंडावली थाना पुलिस ने बिटकॉइन डीलर के भाई के अपहरण के मामले को सुलझा लिया है. पुलिस ने अपरहण, फिरौती और लूट में शामिल दो नाबालिग सहित चार आरोपियों को पकड़ लिया है.
26 जून को मिली अपहरण की सूचना
डीसीपी जसमीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विक्रम और नितिन के रूप में हुई है. जबकि उसके 2 साथी नाबालिक हैं. विक्रम इस पूरी किडनैपिंग की साजिश का मास्टरमाइंड है. 26 जून को मंडावली थाना पुलिस को गणेश नगर चौक से एक शख्स के अपहरण की सूचना मिली थी. सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को जानकारी मिली कि हर्षित नाम का युवक बीट कॉइन डीलर का भाई है. पार्टी से कैश लेने गया था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा. उसको छोड़ने की एवज में अपहरणकर्ता फिरौती मांग रहे थे.
ऐसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने मामले की शिकायत के बाद मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया. इस बीच जानकारी मिली कि हर्षित को किडनैपर ने हरियाणा के बॉर्डर पर छोड़ दिया है. हर्षित से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि उसने किडनैपर को 5 लाख रुपये दिए, जिसके बाद किडनैपर ने उसे हरियाणा बॉर्डर के पास उतार दिया. पुलिस ने मामले की जांच आगे बढ़ाते हुए विक्रम और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया.
आरोपियों ने ऐसे रची साजिश
पूछताछ में विक्रम ने बताया कि अपहरण की साजिश को अंजाम देने के लिए उसने ऑनलाइन बीटकॉइन डीलर का नंबर सर्च किया. नंबर मिलने के बाद उसने डीलर के अपहरण की साजिश रची. अपनी साजिश को अंजाम देने के लिए उसने गुड़गांव में एक इनोवा कार बुक कराई और उसे लूट कर फरार हो गया. कार लूटने के बाद उसने डीलर को बिटकॉइन खरीदने की इच्छा जताई और जैसे ही हर्षित वहां पहुंचा, उसने उसका अपहरण कर लिया.