नई दिल्ली: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज 10 अक्टूबर, 2023 को गाज़ियाबाद जिला मुख्यालय पर पिंकी चौधरी के समर्थन में 36 बिरादरी की पंचायत को सम्बोधित करके मुख्यमंत्री को अपनी सुरक्षा वापस लौटाएंगे. सोमवार को शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रक्त से पत्र लिखा. उस पत्र में उन्होंने हिंदुओं को सुरक्षित करने का निवेदन किया है.
रक्त से लिखा पत्र: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने रक्त से पत्र में लिखा कि अभी तक इजरायल में बच्चों, महिलाओं और नागरिकों के साथ जो हुआ है. उस तरह की हिंसा विगत 14 सौ वर्ष में हिंदुओं के साथ हजारों बार हुई है. सभी जानते हैं कि इजरायल एक स्वाभिमानी राष्ट्र है और वहां के नेता अपने लोगों और अपनी मिट्टी के लिए मर मिटेंगे. ऐसा करने पर उन्हें विजय या वीरगति में से एक तो अवश्य ही मिल जाएगी. पत्र में उन्होंने कहा है कि हिंदुओं का क्या होगा? यति के मुताबिक पत्र रजिस्टर्ड डाक के द्वारा प्रधानमंत्री को भेजा जाएगा और इसकी प्रतियां भारत वर्ष के सभी जिम्मेदार नेताओ और धर्मगुरुओं को भेजी जाएगी.
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वापस करेंगे सुरक्षा: महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि उनके शिष्य अनिल यादव का गनर वापस लेने के विरोध में वे बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री को अपनी सुरक्षा भी वापस कर देंगे. उनके अनुसार जितना खतरा दहशतगर्दों से उन्हें है, उससे ज्यादा खतरा अनिल यादव को है. मंगलवार को पिंकी चौधरी के समर्थन में जिला मुख्यालय पर 36 बिरादरियों की पंचायत को सम्बोधित करके वे बुधवार सुबह लखनऊ चले जाएंगे. लखनऊ में सीएम से मुलाकात तक वे प्रदेश की राजधानी में उनके आवास के सामने ही अनशन पर रहेंगे.
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