नई दिल्ली/गाजियाबादः जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा रविवार को गाजियाबाद पहुंचे. इस दौरान उन्होंने नंदग्राम में स्थित शहीद मेजर आशाराम त्यागी पार्क में शहीद आशाराम त्यागी की प्रतिमा का अनावरण किया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि आज बहुत ही ऐतिहासिक दिन है. आशाराम त्यागी अपने कर्तव्य पथ पर चलते हुए 1965 के युद्ध में देश के दुश्मनों को ना सिर्फ रौंदा बल्कि उनके हौसलों को भी पस्त किया था. मुझे उम्मीद है आज देश की नई पीढ़ी आशाराम त्यागी जैसे बहादुर जवानों के मार्गदर्शन से निश्चित तौर पर प्रेरणा लेगी. वो माता-पिता धन्य हैं, जिन्होंने आशाराम त्यागी जैसे शौर्य वीर को जन्म दिया. मात्र 20 साल की उम्र में सेना में भर्ती होकर उन्होंने साबित किया कि देश के बड़े-बड़े महापुरुषों की तरह उनके मन में भी मां भारती की सेवा और मजबूत भारत का सपना सदैव रहता था.
बता दें, मेजर आशाराम त्यागी का जन्म ग्राम फतेहपुर, मोदीनगर में बसन्ती देवी और सतवा सिंह त्यागी के घर 2 जनवरी 1939 को हुआ था. आशाराम की प्राथमिक शिक्षा ग्राम सौंदा के स्कूल में हुई. इण्टर प्रथम श्रेणी में उत्तीण की. 1961 में आशाराम सेना में सेकेण्ड लेफ्टीनेन्ट के पद पर कमीशन्ड हुए. 1962 मे इनको वीरचक्र से नवाजा गया. इनके शौर्य के कारण इनका चयन यू.एस.ए. में स्पेशल ट्रेनिंग के लिए किया गया. तत्पश्चात आशाराम त्यागी को मेजर रैंक से नवाजा गया. इनका विवाह 17 जून 1965 को हुआ. तीन माह बाद ही 1965 की लड़ाई में इन्होंने दुश्मन के 13 टैंकों को घ्वस्त किया. 25 सितम्बर 1965 को लड़ते हुए शहीद हुए. मेजर आशाराम त्यागी को मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया.
मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री वीके सिंह, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नरेंद्र कश्यप, विधायक अजीत पाल त्यागी, विधायक अतुल गर्ग, विधायक सुनील शर्मा और निवर्तमान महापौर आशा शर्मा समेत त्यागी समाज के नेता मौजूद रहे.