नई दिल्ली: कोरोना से सिर्फ वो लोग ही पीड़ित नहीं है जो इसके शिकार हो चुके हैं, बल्कि वो लोग भी हैं जो इससे बचे रहने की कुछ ज्यादा ही कोशिश कर रहे हैं. डॉक्टरों का कहना है कि कुछ लोग इम्यूनिटी बनाने के चक्कर में खुद को बीमार कर रहे हैं.
पुरानी कहावत है कि 'अति सर्वत्र वर्ज्येत्' यानी अति मतलब ज्यादा कोई भी चीज अच्छी नहीं होती. कोरोना काल में लोग खुद की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए जितनी भी चीजें बताई जा रही, चाहे किसी भी पद्धति की हो, इस्तेमाल करने लग रहे हैं.
लोग कर रहे ये काम
- दिन में एक बार से ज्यादा काढ़ा पी रहे हैं.
- हल्दी वाला दूध पी रहे हैं, च्यवनप्राश ले रहे.
- सभी तरह के फल खा रहे हैं.
- विटामिन और जिंक की गोलियां खा रहे हैं.
इससे पहले से ठीक चल रहा लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आयुर्वेदिक पंचकर्म अस्पताल में रोजाना ऐसे ही 2-3 मरीजों का आना-जाना लगा है. इसे लेकर पंचकर्म अस्पताल के डॉ. सत्यनारायण डोर्नाला दे दी ये सलाह-
डॉक्टर ने दी ये सलाह
- सांस की परेशानी में न लें केला और नारियल पानी
- जिन्हें बीपी, शुगर या और कोई बीमारी है, वो सुबह खाली पेट च्यवनप्राश लें.
- च्यवनप्राश लेने के बाद एक घंटे बाद तक कुछ और न लें, दूध भी नहीं.
- जिन्हें सर्दी, जुकाम हो उसे दूध या दूध से बनी चीजों का परहेज करना चाहिए.
- घर से निकलने से पहले नाक में नारियल तेल लगाना चाहिए.