नई दिल्ली/गाजियाबादः गाजियाबाद में मेरठ एंटी करप्शन यूनिट ने छापेमारी कर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के जेई को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है. बताया जा रहा है कि एक बिल पास कराने के एवज में एक कांट्रेक्टर से रिश्वत की मांग की गई थी, जिसने शिकायत कर दी. एंटी करप्शन की टीम ने मौके पर रिश्वत लेते हुए आरोपी को पकड़ लिया और उसके खिलाफ गाजियाबाद में मुकदमा दर्ज कराया गया है.
मामला गाजियाबाद के कवि नगर थाना क्षेत्र का है. मेरठ निवासी एक कांट्रेक्टर ने एंटी करप्शन डिपार्टमेंट को बताया था कि वह एक सीमेंट फर्म चलाते हैं. यह फर्म नाली सड़क आदि बनाने के ठेके लेती है. गाजियाबाद में ग्रामीण अभियंत्रण विभाग की आर्थिक विकास योजना के अधीन ठेके लिए जाते हैं. शिकायत में कहा गया था कि पीड़ित ने गाजियाबाद में एक निर्माण कार्य को कुछ महीने पहले पूरा कर लिया था, जिसकी रिपोर्ट भी फाइनल हो चुकी थी. इसके बावजूद उनका बिल पास नहीं हो रहा था. लिहाजा उन्होंने विभाग के कई चक्कर काटे, जहां पर उनकी मुलाकात जेई सुभाष चंद्र शर्मा से हुई.
आरोप है कि जेई ने रकम का बिल पास करने के एवज में रिश्वत की मांग की. लाखों रुपए की रिश्वत की मांग की गई, जिसमें एक लाख की रकम कवि नगर इलाके में देने के लिए जेई को बुलाया गया. हालांकि, पीड़ित ने जब एंटी करप्शन डिपार्टमेंट को यह जानकारी दी तो एंटी करप्शन की टीम भी मौके पर पहुंचकर आरोपी को पकड़ लिया. उस समय का वीडियो भी सामने आ गया है जिस समय यह गिरफ्तारी की गई. जेई को इसमें काफी ज्यादा बेचैन देखा जा सकता है. वीडियो विकास भवन के बाहर का है, जहां पर रिश्वत के लिए बुलाया गया था.