नई दिल्ली: दिल्ली के जंतर मंतर पर रविवार को जमकर बवाल देखने को मिला. यहां पर धरना दे रहे पहलवानों और पुलिस बीच झड़प और धक्का-मुक्की भी हुई, जिस पर अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. रविवार को पुलिस ने विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया समेत तमाम पहलवानों और उनके समर्थकों को हिरासत में ले लिया और जंतर मंतर को खाली करा दिया. फिलहाल पुलिस ने जंतर मंतर पर धारा 144 लागू कर दी है और कहा है कि अब पहलवानों को दोबारा यहां लौटने नहीं दिया जाएगा.
इसके चलते जंतर मंतर पूरी तरह से खाली पड़ा है और यहां आने वाले रास्तों पर पुलिस द्वारा कई लेयर में बैरिकेडिंग नाकाबंदी की गई है. साथ ही मीडिया की एंट्री भी पूरी तरह से बैन है, जिससे यह कहा जा सकता है कि इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है ताकि पहलवान धरनास्थल पर न पहुंच सकें. दिल्ली पुलिस पीआरओ सुमन नलवा ने कहा कि वह अगर पहलवान कहीं और प्रदर्शन करने की जगह मांंगेंगे तो उन्हें इजाजत दी जा सकती है. लेकिन इन्हें जंतर मंतर पर नहीं बैठने दिया जाएगा. यदि पहलवान भविष्य में दोबारा धरने प्रदर्शन की अनुमति की अर्जी लगाते हैं तो उन्हें किसी अन्य स्थान पर प्रदर्शन करने की अनुमति दी जाएगी.
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उधर पहलवानों की तरफ से कहा जा रहा है कि वे फिर जंतर मंतर पर पहुंचकर दोबारा धरना प्रदर्शन शुरू करेंगे और इस बार महिलाएं सत्याग्रह करेंगी. उनका कहना है कि भले ही बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ कोई कार्रवाई न की गई हो, लेकिन हमारे खिलाफ 7 एफआईआर जरूर दर्ज की गई है. यह लड़ाई आगे भी जारी रहेगी और हम लोग अपने घर नहीं जा रहे.
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