ETV Bharat / state

ग्रेटर नोएडा: आश्रय स्थलों में प्रशासन की व्यवस्था से लोग खुश नहीं, सुविधाएं बढ़ाने की मांग - Yamuna and Hindon river floods

ग्रेटर नोएडा में बनाए गए आश्रय स्थलों में प्रशासन की तरफ से मुहैया कराई गई सुविधाओं से कई लोग खुश नहीं हैं. उन्होंने सुविधाएं बढ़ाने की मांग की है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jul 29, 2023, 5:30 PM IST

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना और हिंडन नदी की बाढ़ से एक दर्जन से ज्यादा गांव और कालोनियां प्रभावित हुई हैं. हजारों लोगों को पुलिस प्रशासन ने सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थलों में ठहरने की व्यवस्था कराई है. प्रशासन की तरफ से की गई व्यवस्था से कई लोग संतुष्ट नहीं हैं. आश्रय स्थलों में लोगों को कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन की तरफ से लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है.

दरअसल, ग्रेटर नोएडा में यमुना और फिर हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांव में बाढ़ आ गई. वहां से प्रभावित लोगों को पुलिस प्रशासन ने अस्थाई आश्रय स्थलों में पहुंचाया. बाढ़ में फंसे हुए हजारों लोगों को एनडीआरएफ और पुलिस ने रेस्क्यू कर आश्रय स्थलों में पहुंचाया. जहां प्रशासन की तरफ से लोगों को खाने-पीने, दवाई सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. लेकिन बढ़ती गर्मी से परेशान लोग आश्रय स्थलों में विशेष सुविधाओं की मांग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Noida Flood: पुलिस और NDRF ने बाढ़ में फंसी 100 वर्षीय महिला को परिवार के साथ किया रेस्क्यू

ग्रेटर नोएडा में हिंडन और यमुना के कारण आई बाढ़ से कई हजार परिवार प्रभावित हुए इन सभी के लिए प्रशासन ने 24 सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थल बनाए. जिनमें लगभग 8 से 10 हजार लोग रह रहे हैं. वहां पर लोगों के खाने-पीने और स्वास्थ्य से संबंधित सभी समस्याओं का ध्यान रखा जा रहा है. लेकिन वहां ठहरने वाले लोग जनरेटर व अलग कमरे की मांग कर रहे हैं. प्रशासन के लिए उन सुविधाओं का पूरा करना मुश्किल हो रहा है.

आश्रय स्थलों में बढ़ा बीमारियों का खतरा

आश्रय स्थलों में प्रशासन की तरफ से लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. फिर भी राहत कैंपों में बुखार, उल्टी-दस्त और आंखों में होने वाली बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कई टीमें वहां पर तैनात की गई हैं. ज्यादा गंभीर लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जा रहा है.


बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के लिए बने अस्थाई सुरक्षित आश्रय स्थल

यमुना और हिंडन की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में निकालकर लोगों के लिए सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थलों में रहने की व्यवस्था की गई है. छिजारसी, चोटपुर और हैबतपुर सहित अन्य कई जगहों पर प्रशासन की तरफ से 22 आश्रय स्थल बनाए गए हैं. जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी समय-समय पर इनका निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Noida Flood: हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी-पानी हुआ नोएडा, 400 गाड़ियां डूबी, देखें वीडियो

नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना और हिंडन नदी की बाढ़ से एक दर्जन से ज्यादा गांव और कालोनियां प्रभावित हुई हैं. हजारों लोगों को पुलिस प्रशासन ने सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थलों में ठहरने की व्यवस्था कराई है. प्रशासन की तरफ से की गई व्यवस्था से कई लोग संतुष्ट नहीं हैं. आश्रय स्थलों में लोगों को कई तरह की बीमारियों से जूझना पड़ रहा है. हालांकि प्रशासन की तरफ से लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है.

दरअसल, ग्रेटर नोएडा में यमुना और फिर हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से दर्जनों गांव में बाढ़ आ गई. वहां से प्रभावित लोगों को पुलिस प्रशासन ने अस्थाई आश्रय स्थलों में पहुंचाया. बाढ़ में फंसे हुए हजारों लोगों को एनडीआरएफ और पुलिस ने रेस्क्यू कर आश्रय स्थलों में पहुंचाया. जहां प्रशासन की तरफ से लोगों को खाने-पीने, दवाई सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. लेकिन बढ़ती गर्मी से परेशान लोग आश्रय स्थलों में विशेष सुविधाओं की मांग कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Noida Flood: पुलिस और NDRF ने बाढ़ में फंसी 100 वर्षीय महिला को परिवार के साथ किया रेस्क्यू

ग्रेटर नोएडा में हिंडन और यमुना के कारण आई बाढ़ से कई हजार परिवार प्रभावित हुए इन सभी के लिए प्रशासन ने 24 सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थल बनाए. जिनमें लगभग 8 से 10 हजार लोग रह रहे हैं. वहां पर लोगों के खाने-पीने और स्वास्थ्य से संबंधित सभी समस्याओं का ध्यान रखा जा रहा है. लेकिन वहां ठहरने वाले लोग जनरेटर व अलग कमरे की मांग कर रहे हैं. प्रशासन के लिए उन सुविधाओं का पूरा करना मुश्किल हो रहा है.

आश्रय स्थलों में बढ़ा बीमारियों का खतरा

आश्रय स्थलों में प्रशासन की तरफ से लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. फिर भी राहत कैंपों में बुखार, उल्टी-दस्त और आंखों में होने वाली बीमारियां लगातार बढ़ रही हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कई टीमें वहां पर तैनात की गई हैं. ज्यादा गंभीर लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा जा रहा है.


बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों के लिए बने अस्थाई सुरक्षित आश्रय स्थल

यमुना और हिंडन की बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में निकालकर लोगों के लिए सुरक्षित अस्थाई आश्रय स्थलों में रहने की व्यवस्था की गई है. छिजारसी, चोटपुर और हैबतपुर सहित अन्य कई जगहों पर प्रशासन की तरफ से 22 आश्रय स्थल बनाए गए हैं. जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारी समय-समय पर इनका निरीक्षण कर सुविधाओं का जायजा ले रहे हैं.

ये भी पढ़ें: Noida Flood: हिंडन नदी का जलस्तर बढ़ने से पानी-पानी हुआ नोएडा, 400 गाड़ियां डूबी, देखें वीडियो

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.