नई दिल्ली/गाजियाबाद : गाजियाबाद में एक करोड़ रुपए की प्रतिबंधित दवाई के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. अपराध में इस्तेमाल हो रही वैगनर गाड़ी को भी पुलिस ने बरामद किया है. तीनों आरोपियों ने खुलासा किया है कि प्रतिबंधित दवाइयां को वह मेरठ से लोड करके लाते थे और पश्चिम बंगाल ले जाया करते थे. गौरतलब है कि बिहार के रास्ते इन दवाओं को बंगाल लेे जाया जाता था.
गाजियाबाद में कौशांबी पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनसे प्रतिबंधित दवाइयां और सिरप बरामद किया गया है. इसमें मुख्य रूप से एक खास कफ सिरप शामिल है. इसकी 15000 बोतल पकड़ी गई है. पकड़ी गई दवाओं की कीमत करीब 1 करोड़ रुपए है. यह कोडिन युक्त फेंसिडिल कफ सिरप का माल है, जो पुलिस के मुताबिक प्रतिबंधित है.
पकड़े गए आरोपियों के नाम सरफराज, युसूफ और तुफैल चौधरी हैं, जो मेरठ के रहने वाले हैं. आरोपी ने बताया कि ये दवाइयां बिहार भेजी जा रही थी. इसके लिए आरोपियों को डेढ़ लाख रुपए मिले थे. मेरठ से यह दवा का जखीरा आ रहा था. ट्रक में दवाओं को छिपाने के लिए बिस्तर के गद्दों को रखा गया था. इस मामले में एक डॉक्टर की भूमिका भी बताई जा रही है.
पुलिस इस मामले के मास्टरमाइंड की तलाश में जुटी है. इसके लिए मेरठ तक टीमों को रवाना किया गया है. वहीं, पश्चिम बंगाल पुलिस को भी जानकारी दी गई है. यह भी पता लगाया जा रहा है कि इस मामले का ड्रग्स कनेक्शन तो नहीं है. एंटी नारकोटिक्स टीम इस मामले को लेकर अंजाम देने में जुटी थी. इसमें उसे कामयाबी मिली है.