नई दिल्लीः आपातकाल लगने के 48 वर्ष पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रविवार को आपातकाल का विरोध जताते हुए काला दिवस मनाया. इस दौरान बीजेपी ने आपातकाल बंदियों को सम्मानित किया. मयूर विहार जिला कार्यालय में आयोजित आपातकाल बंदी सम्मान समारोह में पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर शामिल हुए और उन्होंने आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले बुजुर्गों को शॉल ओढ़ा कर सम्मानित किया.
इस मौके पर गौतम गंभीर ने कहा कि जब देश में आपातकाल लगा था, तब वह 3 साल के थे. उन्होंने सिर्फ इमरजेंसी के बारे में सुना है. गौतम गंभीर ने इमरजेंसी की भारत की आजादी से तुलना करते हुए कहा कि जिस तरीके से देश को आजाद करने में लोगों ने लड़ाई लड़ी, उसी तरीके से आपातकाल के खिलाफ भी लोगों ने लड़ाई लड़ी है. हमें आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ने वालों का सम्मान हमेशा करना चाहिए.
गंभीर ने कहा कि आज जब हम आजादी से जिंदगी बिता रहे हैं, इसमें आपातकाल के विरोध करने पर जेल तक जाने वाले लोगों का बहुत बड़ा योगदान है. अगर उस वक्त लोगों ने योगदान नहीं दिया होता, तो आज भी इमरजेंसी लागू रहता. इस देश में एक ही पार्टी एक ही परिवार राज कर रहा होता. देश का लोकतंत्र खत्म हो गया होता.
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शाहदरा जिला के महामंत्री और निगम पार्षद संजीव सिंह ने बताया कि 25 जून को इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल लगाया था. 25 जून को भारतीय जनता पार्टी आपातकाल का विरोध जताते हुए आपातकाल दिवस मनाती है. आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले लोगों को भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सम्मानित किया गया.
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