नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में गोचर भूमि पर प्राधिकरण के अधिकारियों व बिल्डरों की मिलीभगत से हो रहे अधिग्रहण को लेकर गौ रक्षा हिंदू दल ने जिलाधिकारी से मामले की शिकायत की है. उनका कहना है कि जिले के कई गांवों में गोचर भूमि पर बिल्डर द्वारा अवैध तरीके से बिल्डिंग बनाई जा रही है. उनकी मांग है कि गोचर भूमि पर हुए अधिग्रहण को निरस्त कर उस जमीन को गायों के लिए बचाया जाए.
भाजपा नेता व गौ रक्षा हिंदू दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष वेद नागर ने जिलाधिकारी सुहास एलवाई से मिलकर जिले में गोचर भूमि पर हो रहे अधिग्रहण को निरस्त कर गोचर भूमि को मुक्त करने की मांग की है. जिलाधिकारी को दी शिकायत में उन्होंने बताया कि गौतमबुद्ध नगर के तुस्याना, खेड़ा, चौगानपुर, इटेड़ा, चिपयाना बुजुर्ग, छपरौला व कचेडा, वारसाबाद सहित अन्य गांवों में (illegal acquisition of pasture land) गोचर भूमि को अधिग्रहण से मुक्त किया जाए.
उन्होंने कहा कि गोचर भूमि गायों के लिए छोड़ी गई है. इस भूमि पर बिल्डर द्वारा कब्जा करना प्राधिकरण व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा उस भूमि को अधिग्रहण करना गलत है. कचेड़ा वरसाबाद की गोचर भूमि को गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की मिलीभगत से वेवसिटी बिल्डर को अधिग्रहण कर दे दिया गया है, जबकि यह गांव गौतमबुद्ध नगर की दादरी तहसील के अंतर्गत आता है. इस गलत अधिग्रहण को निरस्त किया जाए और गोचर भूमि को मुक्त किया जाए.
ये भी पढ़ें: सत्येंद्र जैन को रेपिस्ट दे रहे मसाज, दिल्ली लंदन बनी नहीं, तिहाड़ बना थाईलैंड_ शहजाद पूनावाला
वेद नागर ने जिलाधिकारी से मांग की कि गौ रक्षा दल के एक प्रतिनिधि मंडल की मंगलवार को ग्रेटर नोएडा की गौतमबुद्ध यूनिवर्सिटी में आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कराई जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गोवंश को बचाने के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं, लेकिन अधिकारी और बिल्डर की मिलीभगत से गोचर भूमि को अधिग्रहण कर बिल्डर को दिया जा रहा है, जिस पर बिल्डरों द्वारा निर्माण किया जा रहा है. इसकी शिकायत वह मुख्यमंत्री से मिलकर करेंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप