नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में पिछले 24 घंटे में 4 लोगों के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है. साइबर ठगों ने इन लोगों से 22 लाख 20 हजार रुपये की ठगी की है. ये सारे मामले बिसरख थाने में दर्ज किए गए. इन मामलों में 4 में से दो लोगों के साथ ठगी नौकरी देने के नाम पर हुई, तो वहीं 2 के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ठगी की गई.
गौर सिटी वन के सेक्टर 4 निवासी शशि कांत पराशर ने बिसरख थाने में शिकायत कर मामला दर्ज कराया है कि उन्हें टेलीग्राम ऐप के एक ग्रुप पर ऑनलाइन जॉब का ऑफर मिला. इसके लिए सबसे पहले उनसे 30 हजार रुपए जमा कराए गए और तीन टास्क पूरा करने के दौरान उनसे 2 लाख 20 हजार रुपये जमा करा लिए. जब ऐप से जवाब आने बंद हो गए तो उन्हें ठगी का एहसास हुआ.
महिला से टेलिग्राम ऐप के जरिए ठगीः ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के बिसरख थाना क्षेत्र के पुराना हैबतपुर निवासी अनिल कुमार शर्मा से 5 लाख 65 हजार की धोखाधड़ी की गई. बिसरख थाना क्षेत्र के गौर सिटी 2 में रहने वाली एक युवती ने पुलिस से शिकायत की और बताया कि टेलीग्राम ऐप के माध्यम से नौकरी का झांसा देकर उन्हें ग्रुप में जोड़ा गया, जिसमें कुछ पैसे देने के बदले 30 से 40% तक रिटर्न जमा राशि पर देने का वादा किया गया. धीरे-धीरे टेलीग्राम प्रीपेड टास्क के नाम पर उनसे 4 लाख 80 हजार रुपये हड़प लिए और कोई भी पैसा वापस नहीं किया गया.
पार्ट टाइम जॉब के नाम पर ठगीः इसके अलावा, टेलीग्राम एप के जरिए ही पार्ट टाइम जॉब के नाम पर गौर सिटी वन सोसाइटी के सातवें एवेन्यू में रहने वाली महिला से ठगों ने 9 लाख 55 हजार रुपए ठग लिए. महिला ने बताया कि पार्ट टाइम जॉब के नाम पर उनसे ऑनलाइन संपर्क किया गया. जब शुरुआत में लगाए गए रुपयों से ज्यादा रुपए उनको रिफंड किए गए तो लालच में आकर अधिक रकम टास्क में लगानी शुरू कर दी. जब महिला ने 9 लाख 55 रुपये लगा दिए तो उन्हें ग्रुप से आउट कर दिया गया.
ये भी पढ़े: Noida GST Fraud Case: जीएसटी के 200 करोड़ के फर्जीवाड़ा मामले में 3 और लोगों की हुई गिरफ्तारी
इन मामलों को लेकर बिसरख थाना प्रभारी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट में लगातार ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं. लोगों की शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और साइबर क्राइम की टीम को इन मामलों की जांच सौंपी गई है. ठगी के शिकार हुए लोगों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर उन खातों को फ्रीज कराने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि हम साइबर ठगों के बारे में पता करने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके.
ये भी पढ़ें: Fake GST Case: आरोपियों ने जर्मनी में बैठे आइटी इंजीनियर के पैन कार्ड का इस्तेमाल कर बनाई थी कंपनी, ऐसे चला पता