नई दिल्ली/नोएडा: इथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट (EMCT) संस्था द्वारा ग्रेटर नोएडा के वेस्ट में आर्थिक रूप से कमजोर मजदूरों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा (Free education to the children of laborers) दी जाती है. इन बच्चों के घर में भी अच्छे तरीके से दिवाली (Diwali Festival in Noida) मन सके इसके लिए संस्था बच्चों के साथ मिलकर दीपावली का सामान बनवा रही है. बच्चों द्वारा बनाए गए इस सामान का एग्जीबिशन (exhibition of goods) लगेगा और उससे जो भी पैसा आएगा उससे इन मजदूरों के घरों में राशन दिया जाएगा.
ईएमसीटी (इथोमार्ट चैरिटेबल ट्रस्ट) की संस्थापक रश्मि पाण्डेय ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम "खुशियों का दीया" की तर्ज पर काम कर रहे हैं. हर बार की तरह हम सब बच्चों के साथ मिलकर सजावट और दिवाली का समान खुद बनाते हैं, जो मासूम चेहरे पर मुस्कान लाते हैं.
उन्होंने कहा कि हर दिवाली पर हम सभी अपनें घरों को रोशनी से भर देते हैं. नए कपडे़ खरीदते हैं. मिठाई बांटते हैं और आतिशबाजी का लुत्फ उठाते हैं. लेकिन गरीब परिवारों के लिए बहुत कम लोग सोचते हैं. इसलिए इस बार हम मिलकर इन परिवारों के लिए दिवाली अलग अंदाज में मनाएंगे और इनकी जरूरतों का सामान खरीदेंगे.
उन्होंने बताया कि इस दिवाली हमारी संस्था आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को राशन, मिठाई, दीया इत्यादि बांटेगी. हम ज्ञानशाला मजदूर वर्ग द्वारा, ज्ञान शाला में बच्चों द्वारा तथा अन्य स्कूल एक बच्चों द्वारा बनाए गए सजावट के सामान का एक्जीबिशन भी लगाएंगे. उस एग्जीबिशन से जो भी पैसा हमारे पास आएगा उससे इन मजदूरों के घरों में दिवाली मनाई जाएगी.
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रश्मि पांडे ने बताया कि हमारी ज्ञानशाला में करीब 100 बच्चे हैं, जो मजदूरों के बच्चे हैं और इनके माता-पिता कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करते हैं. आज ईएमसीटी की टीम ने बच्चों को दिए में रंग भरना सिखाया. टीम में सरिता सिंह, प्रियंका सिंह मौजूद रही.
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