नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी दिल्ली नगर निगम के कामों को लेकर कितनी संवेदनशील है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 5 महीने बीत जाने के बावजूद पूर्वी दिल्ली नगर निगम की अलग-अलग कमिटियों का गठन नहीं हो पाया है. विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी के पार्षदों के बीच पद को लेकर खींचतान मची है इसलिए समितियों का गठन नहीं हो पा रहा है.
हैरान करने वाली बात यह है कि इस संबंध में जब ईटीवी भारत की टीम ने पूर्वी दिल्ली नगर निगम के नेता सदन सतपाल सिंह से सवाल किया तो सतपाल सिंह ने कहा कि पार्टी के आला नेता दिल्ली में जनआशीर्वाद यात्रा और दूसरे कार्यकर्मो में व्यस्त हैं. जिसकी वजह से कमिटियों के गठन में देरी हो रही है.
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बता दें कि निगम की स्वास्थ्य समिति, शिक्षा समिति समेत एक दर्जन से ज्यादा समिति है जो हर साल मार्च में कार्यकाल पूरा होने के बाद भंग हो जाती है. लेकिन इस साल कमेटी के भंग होने के 5 महीने बीत जाने के बाद भी इन कमेटियों का गठन नहीं हो पाया है. जिसकी वजह से बीते 5 महीने से कमिटियों की मीटिंग नहीं हो पाई है.
नियमित समितियों का गठन मेयर के अधिकार क्षेत्र में आता है लेकिन राजनीतिक रूप से समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और उसके मेंबर कौन से पार्षद होंगे इसका फैसला पार्टी आलाकमान करती है. लेकिन चुनावी साल होने के कारण भाजपा समितियों के पुनर्गठन को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रही है.
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हालांकि विपक्ष का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी के पार्षदों के बीच पद को लेकर खींचतान मची हुई है जिसकी वजह से समितियों का गठन नहीं हो पा रहा है.