नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही महीने बाकी रह गए हैं. इन सबके बीच ईटीवी भारत की टीम दिल्ली के लगातार अलग-अलग विधानसभाओं में जा रही है और जनता से जुड़े समस्याओं को जानने की कोशिश कर रही है. इसी क्रम में ईटीवी भारत की टीम गांधीनगर विधानसभा पर पहुंची.
'इलाके में मूलभूत सुविधाओं का अभाव'
गांधीनगर विधानसभा में एशिया के सबसे बड़े कपड़े मार्केट होने की वजह से इलाके में ज्यादातर कारोबारी और मजदूर तबके के लोग रहते हैं. इलाके के लोगों का कहना है कि विधानसभा क्षेत्र अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. इलाके में पानी, सीवर, पार्किंग, जाम की बड़ी समस्या है. स्वास्थ्य सुविधा का अभाव है. इलाके में गंदगी और अतिक्रमण से लोग परेशान है.
विधायक ने काम करने का किया दावा
हालांकि पूर्व विधायक अनिल वाजपेई का दावा है कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान इतना काम किया जितना मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपने विधानसभा क्षेत्र में नहीं किया होगा.
गांधीनगर विधानसभा का चुनावी इतिहास
राजधानी दिल्ली का गांधीनगर विधानसभा कांग्रेस पार्टी का गढ़ माना जाता था. शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे अरविंदर सिंह लवली ने गांधीनगर विधानसभा से लगातार चार चुनाव में जीत दर्ज की. लेकिन साल 2015 विधानसभा चुनाव उन्होंने नहीं लड़ा. साल 2015 के चुनाव में आम आदमी पार्टी से अनिल वाजपेयी विधायक बने . लेकिन अनिल वाजपेयी का पार्टी से मोह भंग हो गया और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली. जिसकी वजह से उनकी सदस्यता चली गई